राजस्थान में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 31 हजार पदों को बढ़ाकर 50 हजार करने की मांग तेज हो गई है। रीट भर्ती में पद बढ़ाने की मांग को लेकर जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर धरना चल रहा है। अभ्यर्थी लगातार सीएम गहलोत को टैग करते हुए #REET-के-पद-बढ़ाकर_50000_करो_ #रीट_के_पद_बढ़ाकर_50000_करो और #रीट_में_पद_50000_करो के साथ ट्वीट कर रहे हैं। बेरोजगार युवाओं का तर्क है कि राज्य सरकार ने दिसंबर 2019 में रीट से 31000 शिक्षक भर्ती का ऐलान किया था लेकिन अभी तक भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। कोरोना के चलते रीट समय पर नहीं हो सकी और 6 बार परीक्षा तिथि आगे खिसकाई गई। ऐसे में सोशल मीडिया पर अभियान चलाकर बेरोजगार युवा मांग कर रहे हैं कि दो साल में खाली पदों की संख्या में बढ़ोतरी हो चुकी है, इसलिए सरकार भर्ती में पद बढ़ाकर बेरोजगारों को राहत दे।

राजस्थान में शिक्षक भर्ती के लिए रीट पात्रता परीक्षा के बाद एक बाद फाइनल चयन के लिए एक और परीक्षा शुरू हो सकती है। गहलोत सरकार इस पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री निवास पर शुक्रवार को आयोजित शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में इस पर विचार किया गया। बैठक में इस पर विचार हुआ कि अध्यापक भर्ती प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए पात्रता परीक्षा के बाद चयन के लिए अलग से परीक्षा हो। हालांकि वर्तमान में जारी 31000 शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया में यह नियम लागू मुश्किल ही लागू हो क्योंकि इसका नोटिफिकेशन पहले जारी हो चुका है।