पेरिस:- पेरिस ओलंपिक 2024 की ओपनिंग सेरेमनी से पहले फ्रांस में जमकर आगजनी हुई है। देश के कई हिस्सों में आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया गया है। इससे रेल नेटवर्क ठप हो गया है और उद्घाटपन समारोह के लिए आ रहे दो एथलीट्स को वापस जर्मनी लौटना पड़ा है।
पेरिस ओलंपिक 2024 की ओपनिंग सेरेमनी से पहले शुक्रवार 26 जुलाई को फ्रांस में जमकर बवाल हुआ। देश के कई हिस्सों में आगजनी समेत कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया गया है। पेरिस में अधिकारी सीन नदी के किनारे होने वाले परेड के आयोजन की तैयारी कर रहे थे, तभी अटलांटिक, नॉर्ड और इस्ट की हाई-स्पीड लाइनों पर पटरियों के पास आगजनी की घटनाओं हुईं। इसके कारण हाई-स्पीड रेल नेटवर्क ठप हो गया। इससे एथलीट्स और हजारों यात्री प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा उद्घाटन समारोह पर सुरक्षा का खतरा भी मंडराने लगा है। फ्रांस के अधिकारियों ने इन हमलों की निंदा की और जांच शुरू कर दी है।
उद्घाटन समारोह से लौटे दो एथलीट्स
फ्रांस में हुए हिंसक घटनाओं के कारण हाई-स्पीड रेल नेटवर्क ठप हो गया। इससे दो जर्मन एथलीट्स को वापस लौटना पड़ा है। अब वो पेरिस के उद्घाटन समारोह हिस्सा नहीं ले पाएंगे। समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार, जर्मनी के दो एथलीट्स उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए ट्रेन से पेरिस जा रहे थे, लेकिन रास्ता बंद होने के कारण उन्हें वापस बेल्जियम लौटना पड़ा। क्रिश्चियन कुकुक के साथ यात्रा कर रहे फिलिप वेइशौप्टा वापस लौटने के पीछे समय पर नहीं पहुंचने पाने का हवाला दिया।
जांच में जुटे अधिकारी
फ्रांस में हुई इन घटनाओं को लेकर प्रधानमंत्री गेब्रियल अट्टल ने भी बयान दिया है। उनके मुताबिक, ये सारी घटनाएं सुनियोजित थीं। उन्होंने खुलासा किया कि इन घटनाओं में कोई भी घायल नहीं हुआ है। गेब्रियल अट्टल ने बताया कि अपराधियों को खोजने के लिए फ्रांस की खुफिया एजेंसियों को काम पर लगाया दिया गया है। दोषियों को पकड़े जाने पर 15 से 20 वर्ष की सजा का भी ऐलान किया गया है।
पेरिस आना हुआ मुश्किल
फ्रांस के परिवहन मंत्री पैट्रिस वर्ग्रीटे ने बताया कि आगजनी से पेरिस को फ्रांस के बाकी हिस्सों और पड़ोसी देशों से जोड़ने वाली कई हाई-स्पीड लाइन ठप हो चुके हैं। इससे एथलीट्स और लोगों को पेरिस आने में मुश्किल हो रही है। वर्ग्रीटे जानकारी दी है कि आगजनी की घटना वाली जगह से भागते हुए लोग को देखा गया और आग लगाने वाले उपकरण भी बरामद हुए हैं। फ्रांस की राष्ट्रीय रेल कंपनी एसएनसीएफ ने बताया कि रेल ट्रैक इंटरसेक्शन को प्रभावित करने वाले इलाकों को निशाना बनाया गया ताकि घटनाओं के प्रभाव को दोगुना किया जा सके। घटनाक्रम को देखते हुए प्रधानमंत्री के साथ परिवहन मंत्री और रेल कंपनी ने इस हमले को सुनियोजित बताया।