इंफाल (मणिपुर):- मणिपुर के मोरेड में एक बार फिर से हिंसा और आगजनी की खबर आ रही है। मोरेड में बुधवार की सुबह से फायरिंग हो रही है और 20 घरों को आग के हवाले कर दिया गया है। इससे पहले मंगलवा को कांगपोकपी जिले में भीड़ ने सुरक्षा बलों की 2 बसों में आग लगा दी गई थी। हालांकि इस दौरान किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
यह घटना सपोरमीना में उस समय हुई जब सुरक्षा बलों की बसें मंगलवार शाम दीमापुर से आ रही थीं। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा में शामिल एक समुदाय के लोगों ने मणिपुर की पंजीकरण संख्या वाली बसों को सपोरमीना में रोक लिया था और आग लगा दी थी।
सोमवार को सैकड़ों आक्रोशित लोगों ने घेराव कर दिया
इससे पहले मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा के कार्यालय पर सोमवार को सैकड़ों आक्रोशित लोगों ने घेराव कर दिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई जिसमें कम से कम पांच सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं। सीएम संगमा घटना के वक्त परिसर के अंदर ही मौजूद थे। हालांकि वह पूरी तरह से सुरक्षित हैं और सुरक्षा चिंताओं के कारण घर के अंदर ही हैं।
उग्र भीड़ ने इस दौरान पथराव भी किया
दरअसल मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा ACHIK, GHSMC सहित विभिन्न प्रदर्शनकारी नागरिक निकायों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक कर रहे थे। सीएम ऑफिस में तीन घंटे से अधिक समय तक उनके बीच चर्चा चली। इस बीच, परिसर के बाहर भारी संख्या में भीड़ जमा हो गई और नारेबाजी शुरू कर की। उग्र भीड़ ने इस दौरान पथराव भी किया और सीएम ऑफिस की खिड़कियां भी तोड़ दी गई।