लेह (लद्दाख):- लेह में बादल फटने के बाद बहाली का काम किया जा रहा है। बीते दिनों बादल फटने की वजह से लेह की सड़कें मलबे से बंद हो गई थी। जिसे बारिश के बाद हटाने के लिए लगातार कार्य जारी है। लेह में रात के दौरान अचानक आई बाढ़ ने दुकानों और अन्य आवासीय संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचाया। बादल फटने से मुख्य बाजार से एक किलोमीटर दूर होर्जी गांव प्रभावित हुआ।
घर छोड़कर सड़कों पर रहने के लिए मजबूर हुए
पानी और मिट्टी रिहायशी इलाकों और मुख्य बाजार की ओर आ गया। जिससे लोगों को रात के समय अपने घर छोड़कर सड़कों पर आने के लिए मजबूर होना पड़ा। इलाके के आवासीय घरों के अलावा, प्रसिद्ध लेह बाजार की कई दुकानों में कीचड़ और बाढ़ का पानी भर गया है लेकिन सौभाग्य से अब तक किसी जान माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है।
मौसम विभाग ने पहले ही लद्दाख क्षेत्र और जम्मू-कश्मीर के कुछ इलाकों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की थी
विनाशकारी बाढ़ ने कई स्थानों पर शक्ति-वारिला-अघम सड़क को व्यापक नुकसान पहुंचाया और सीमा सड़क संगठन से हिमांक की टीम ने तत्काल सड़क रखरखाव और बहाली अभियान शुरू कर दिया था। अधिकारियों ने कहा कि टीम सड़क को तेजी से बहाल करने और सभी के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। यात्रियों को इस सड़क से फिलहाल यात्रा ना करने की सलाह दी गई है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भी तेज बारिश और बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है।
बड़कोट के गंगनानी इलाके में बादल फटने से पूरा इलाका जल माध्यम हो गया है। बादल फटने से कई होटल, मकान और गाड़ियों को नुकसान हुआ। बादल फटने से गंगनानी के स्कूल में पानी भर गया। एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्कूल से बच्चों को रेस्क्यू किया। वहीं भारी बारिश होने से यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कई जगहों पर बंद कर दिया गया है और यमुनोत्री यात्रा रोक दी गई है।
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