नई दिल्ली :- श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे भारत दौरे पर आए हैं। दो दिवसीय दौरे पर वो 20 जुलाई को नई दिल्ली पहुंचे। 21 जुलाई को श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने PM नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
इस दौरान दोनों नेताओं ने कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इनमें श्रीलंका में UPI की स्वीकृति के लिए नेटवर्क-टू-नेटवर्क समझौता भी शामिल है।
UPI भारत में मोबाइल से भुगतान करने का सिस्टम है। ये ग्राहकों को वर्चुअल पेमेंट एड्रेस के जरिये 24 घंटों तत्काल भुगतान करने की सुविधा देता है। भारत में रिटेल डिजिटल पेमेंट के लिए UPI एक बेहद पॉपुलर माध्यम बन चुका है। दुनियाभर में भी इसे अपनाने वाले देशों की संख्या बढ़ रही है। श्रीलंका से पहले फ्रांस, सिंगापुर जैसे देश अपनी-अपनी भुगतान प्रणालियों को UPI से लिंक करने के लिए भारत से समझौते कर चुके हैं। इससे होगा ये कि दोनों देशों के लोग क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट कर सकेंगे। यानी फ्रांस में बैठा व्यक्ति क्यूआर कोड या मोबाइल नंबर के जरिये भारत में डिजिटल पेमेंट कर सकता है।
दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई। इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की गई। मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग को तेज करने की बात कही। वहीं रानिल विक्रमसिंघे ने कठिन समय में साथ देने के लिए पीएम मोदी और भारत के लोगों को धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अपने कार्यकाल का 1 साल पूरा किया है। इस पर मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। आज हमने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। हमारा मानना है कि भारत-श्रीलंका के सुरक्षा और विकास एक-दूसरे से जुड़े रहें। इसलिए ये आवश्यक है कि हम एक-दूसरे की सुरक्षा और संवेदनाओं को ध्यान में रखते हुए साथ मिलकर काम करें।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि दोनों देशों ने आर्थिक साझेदारी के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट अपनाया है। यह विजन दोनों देशों के लोगों के बीच समुद्री, हवाई और नागरिकों के बीच संपर्क को मजबूत करना है। साथ ही साथ ऊर्जा, पर्यटन, बिजली, व्यापार, उच्च शिक्षा और कौशल विकास में आपसी सहयोग को तेज करना है।