रायपुर (छत्तीसगढ़):- रायगढ़ में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान देश भर से कलाकार कार्यक्रम में पहुंचे जिन्होंने अपने शरीर पर राम नाम लिखवाया है। एक कलाकार ने कहा कि राम नाम लिखवाकर हम लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं कि वे नशा मुक्त हों, भोजन में शाकाहार लें और मन, वचन व कर्म से किसी को बिना कष्ट पहुंचाए राम के नाम का जाप करें।
तीन दिवसीय राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का रायगढ़ के रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री भूपेष बघेल ने शुभारंभ गुरुवार की शाम शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री का श्रीरामचरित मानस की प्रति भेंट कर राजकीय गमछे के साथ स्वागत किया गया। विभिन्न राज्यों व विदेश से आए कलाकारों ने पारंपरिक वेशभूषा में मार्च पास्ट किया और मनमोहक प्रस्तुति दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में पहली बार छत्तीसगढ़ में शासकीय रूप से राष्ट्रीय स्तर पर रामायण महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। श्रीराम के आदर्श चरित्र के श्रवण के लिए यह सुंदर आयोजन किया जा रहा है यद्यपि यह राष्ट्रीय आयोजन है लेकिन इसमें कंबोडिया, इंडोनेशिया जैसे विदेशी दल भी हिस्सा ले रहे हैं, जिससे यह महोत्सव अंतर्राष्ट्रीय हो गया है। आज मैंने राष्ट्रीय रामायण उत्सव के दौरान सुंदर मार्च पास्ट भी देखा इसमें रामनामी सम्प्रदाय का राम मार्चपास्ट भी देखा। इन्होंने पूरा जीवन श्री राम को समर्पित कर दिया है। वे निराकार में विश्वास करते हैं, जिस तरह कबीर निराकार में विश्वास करते हैं। इस तरह सबके अपने-अपने राम हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राम कथा हमारे दिलों में बसी हुई है।
हमारी सुबह राम-राम से होती है और शाम भी राम-राम से होती है। हमारे हर गांव में रामलीला की सुंदर मंडलियां बनी हुई है। आमजन श्रीराम से गहरी आत्मीयता इसलिए महसूस करते हैं क्योंकि श्री राम सबके हैं, वे निषादराज के हैं, शबरी के हैं। सबसे अनुराग रखते हैं।
Source ANI