कर्नाटक:- विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भाजपा के शीर्ष नेता से लेकर हर कार्यकर्ता चुनाव प्रचार में जमकर पसीना बहा रहे हैं। इस चुनाव से ठीक पहले कर्नाटक की भाजपा सरकार ने मुसलमानों को दिया जाने वाला 4 फीसदी ओबीसी आरक्षण समाप्त कर दिया था और इस चार फीसदी बंटवारा कर्नाटक के लिंगायत और वोक्डिया में बांटने का ऐलान किया था।
वहीं मुस्लिम आरक्षण को समाप्त किए जाने को जहां केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को सही ठहराते हुए कहा कि भाजपा धर्म के आधार पर आरक्षण देने की विरोध है। वहीं भाजपा के पूर्व मंत्री ईश्वरप्पा ने लिंगायत समाज की एक बैठक में कहा कि हम एक भी मुस्लिम वोट नहीं चाहते हैं।
ईश्वरप्पा छह बार शिवमोग्गा से विधायक रह चुके हैं और आलाकमान के आदेश को मानते हुए 2023 में चुनावी राजनीति से सन्यास लेने का ऐलान करते हुए चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया था। वहीं ईश्वरप्पा ने शिवमोग्गा में वीरशैव-लिंगायत बैठक में धर्मांतरण के मुद्दे पर बोलते हुए कहा हम एक भी मुस्लिम वोट नहीं चाहते हैं।