सोलापुर: महाराष्ट्र के सोलापुर जिले की अक्कलकोट तहसील के 11 गांवों ने जिला प्रशासन से उन्हें बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने या उन्हें कर्नाटक में विलय करने की अनुमति देने के लिए कहा है। जी हाँ, आपको बता दें कि विलय की मांग ऐसे समय में आई है जब महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच दशकों पुराना सीमा विवाद एक बार फिर से भड़क गया है। जी हाँ और दोनों राज्य एक-दूसरे के नियंत्रण वाले कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों पर दावा कर रहे हैं। आपको बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पहले जाट तालुका और अक्कलकोट तहसील और सोलापुर के कुछ कन्नड़ भाषी क्षेत्रों पर दावा किया था।
वहीं अक्कलकोट तहसील के कल्लाकरजल, केगांव, शेगांव, कोरसेगांव, आलगे, धरसंग, अंदेवाडी (खुर्द), हिली, देवीकावठे, मंगरुल और शावल की ग्राम पंचायतों ने सोमवार को सोलापुर कलेक्टर को अपनी मांगों की एक सूची सौंपी है। इस सूची में शामिल गांवों ने जिला प्रशासन से कहा है कि, ‘अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो उन्हें बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं या उन्हें कर्नाटक में विलय की अनुमति दी जाए।’ इसी के साथ 11 गांवों में शामिल अलागी की सरपंच सगुनाबाई हाटूरे ने दावा किया कि इन क्षेत्रों में उचित सड़कें, बिजली आपूर्ति और पानी की सुविधा नहीं है।