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एयर इंडिया का बड़ा कदम: पीड़ितों के परिजनों के लिए दिल्ली और मुंबई से राहत उड़ानों का संचालन

गुजरात (अहमदाबाद):- अहमदाबाद विमान हादसे के बाद देशभर में शोक की लहर है। इस दर्दनाक हादसे में कई लोगों की जान चली गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं। ऐसे में एयर इंडिया ने पीड़ितों के परिजनों की मदद के लिए एक मानवीय और संवेदनशील कदम उठाया है। एयरलाइन ने घोषणा की है कि वह दिल्ली और मुंबई से अहमदाबाद के लिए दो विशेष राहत उड़ानों का संचालन करेगी, ताकि यात्रियों और क्रू मेंबर्स के परिजन हादसे की जगह पहुंच सकें।

एयर इंडिया की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ये विशेष राहत फ्लाइट्स पूरी तरह से पीड़ितों के परिजनों के लिए समर्पित होंगी। इन फ्लाइट्स में यात्रा के दौरान परिजनों को हरसंभव सहायता दी जाएगी, जिसमें खानपान, स्वास्थ्य सुविधा, काउंसलिंग और आवश्यक जानकारी शामिल है।

एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, “हम इस कठिन समय में पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। यह हमारा दायित्व है कि हम न केवल राहत कार्यों में मदद करें, बल्कि प्रभावित परिवारों तक पहुंचने में भी उन्हें सहयोग दें। इसी सोच के तहत दिल्ली और मुंबई से अहमदाबाद के लिए विशेष राहत उड़ानों का संचालन किया जा रहा है।”

बता दें कि विमान हादसे के बाद अहमदाबाद में हालात बेहद दर्दनाक हैं। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है, जबकि कई घायलों का इलाज स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है। एयर इंडिया की टीम मौके पर मौजूद है और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत व पुनर्वास कार्यों में जुटी हुई है।

दिल्ली और मुंबई से चलने वाली राहत उड़ानों के लिए एयर इंडिया ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं, ताकि जिन परिवारों को जरूरत है वे सीट की बुकिंग कर सकें। इसके अलावा एयर इंडिया के अधिकारियों की एक टीम परिजनों से संपर्क कर रही है और उन्हें समय से फ्लाइट्स की जानकारी दी जा रही है।

विशेष राहत उड़ानों में मेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहेगा, ताकि अगर यात्रा के दौरान किसी परिजन की तबीयत बिगड़े तो तुरंत चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा सके। फ्लाइट के उतरने के बाद अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एक सहायता केंद्र भी बनाया गया है, जहां परिजनों को आवश्यक सूचना, आवास, परिवहन और मनोवैज्ञानिक परामर्श की सुविधा दी जा रही है।

सरकार ने एयर इंडिया के इस निर्णय की सराहना की है और कहा है कि यह कदम इंसानियत की मिसाल है। संकट की घड़ी में इस तरह की तत्परता से परिजनों को सहारा मिलता है।

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