अरुणाचल प्रदेश:- अरुणाचल प्रदेश में एक चौंकाने वाले मामले में, 53 छात्रों को परीक्षा में नकल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये छात्र केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा आयोजित की जाने वाली भर्ती परीक्षा में भाग ले रहे थे, जिसमें नॉन-टीचिंग पदों के लिए नवोदय विद्यालय समिति में आवेदन मांगे गए थे।
नकल का अनोखा तरीका
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए छात्रों ने अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करके नकल करने की कोशिश की। इन उपकरणों में जीएसएम-आधारित गैजेट्स और माइक्रो इयरपीस शामिल थे, जो उन्हें हरियाणा से जुड़े लोगों से वास्तविक समय में संवाद करने में मदद कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि छात्रों को दूरदराज के क्षेत्रों में परीक्षा केंद्र चुनने के लिए कहा गया था, जहां सुरक्षा के इंतजाम कमजोर हो सकते हैं।
पुलिस की जांच
पुलिस अधीक्षक (राजधानी) रोहित राजबीर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए छात्रों के पास से 29 उपकरण बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि छात्रों ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है और जांच में सहयोग कर रहे हैं। पुलिस अब इस मामले में शामिल मास्टरमाइंड की तलाश कर रही है, जो कथित तौर पर हरियाणा से इस पूरे ऑपरेशन को चला रहा था।
2,600 किमी दूर से आ रहे थे जवाब
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए छात्रों को हरियाणा से जवाब मिल रहे थे, जो लगभग 2,600 किमी दूर है। छात्रों को विशेष उपकरण दिए गए थे जो उन्हें प्रश्न पत्र के सेट को पहचानने और उसके अनुसार जवाब देने में मदद कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि छात्रों को एक कोड में जवाब देने के लिए कहा गया था, जैसे कि विकल्प ए के लिए एक बार, विकल्प बी के लिए दो बार, और इसी तरह।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में 53 छात्रों को गिरफ्तार किया है और उन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, और सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस मामले में आगे की जांच कर रही है और इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने की कोशिश कर रही है। अरुणाचल प्रदेश में परीक्षा में नकल करने के इस मामले ने शिक्षा प्रणाली में भ्रष्टाचार के एक नए रूप को उजागर किया है। पुलिस की कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब देखना यह है कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और इस पूरे नेटवर्क का क्या हश्र होता l