हरियाणा :- रोहतक जिले के गढ़ी माजरा गांव में एक हृदयविदारक हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। यहां एक सीवर मैनहोल में फंसे बेटे को बचाने की कोशिश में एक पिता और उसके दो बेटों की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा न सिर्फ एक परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक गहरा सदमा बन गया है।
कैसे हुआ हादसा?
घटना सोमवार दोपहर की बताई जा रही है। गांव गढ़ी माजरा में एक मकान के पास सीवर लाइन की सफाई का कार्य चल रहा था। इसी दौरान 22 वर्षीय युवक अचानक सीवरेज मैनहोल में गिर गया। जैसे ही यह बात परिवार को पता चली, तो पिता, जो कि रिटायर्ड फौजी थे, बिना देर किए बेटे को बचाने के लिए मैनहोल में उतर गए। लेकिन गैस की जहरीली परत और दम घुटने की वजह से वह भी बाहर नहीं निकल पाए।
इसके बाद बड़ा बेटा भी मदद के लिए मैनहोल में उतर गया, लेकिन दुर्भाग्यवश वह भी उसी में फंस गया। कुछ ही पलों में तीनों की सांसें थम गईं। जब तक ग्रामीणों और स्थानीय प्रशासन को पूरी स्थिति समझ में आई, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
गांव में पसरा मातम, प्रशासन पर सवाल
तीनों शवों को बाहर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। दमकल विभाग और नगरपालिका की टीम ने विशेष उपकरणों की मदद से घंटों बाद तीनों को बाहर निकाला। लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी। इस हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरा गांव गम में डूब गया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सीवरेज सिस्टम की स्थिति काफी खराब है और सफाई के दौरान कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं किए गए थे। ना ही गैस जांचने के लिए कोई उपकरण मौजूद था, और न ही सेफ्टी गियर। ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उचित मुआवजे और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
राजनीतिक हस्तक्षेप और सहायता का आश्वासन
हादसे की खबर मिलते ही स्थानीय विधायक और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। साथ ही, मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रशासन की ओर से परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की सिफारिश की गई है।
रोहतक का यह हादसा एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम जीवन की सुरक्षा को लेकर सच में गंभीर हैं? सीवर जैसे खतरनाक स्थानों पर बिना सुरक्षा के उतरना जानलेवा साबित हो सकता है। इस त्रासदी ने एक परिवार को उजाड़ दिया और पूरे गांव को एक दर्दनाक याद दे दी। जरूरी है कि इस घटना से सबक लेते हुए प्रशासन ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।