Dastak Hindustan

अमेरिका की मध्यस्थता की पेशकश: भारत-पाकिस्तान संघर्ष को समाप्त करने के प्रयास

वॉशिंगटन अमेरिका :-अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कैरोलिन लीविट ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह इस संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए प्रयास करना चाहते हैं।
ट्रंप की मध्यस्थता की पेशकश
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “ओह, यह बहुत बुरा है! मेरी स्थिति यह है कि मैं दोनों के साथ अच्छे संबंध रखता हूं। मैं जानता हूं कि दोनों बहुत अच्छे लोग हैं और मैं चाहता हूं कि वे इस समस्या का समाधान निकालें।” ट्रंप ने आगे कहा, “उन्होंने एक-दूसरे के खिलाफ कई कदम उठाए हैं, इसलिए उम्मीद है कि वे अब रुक जाएंगे। और अगर मैं इसमें कुछ मदद कर सकता हूं, तो मैं तैयार हूं।”
अमेरिकी प्रयास
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कैरोलिन लीविट ने कहा कि अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर मार्को रुबियो इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि वह इस संघर्ष को जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए प्रयास करना चाहते हैं। वह समझते हैं कि दोनों देशों के बीच दशकों से तनाव चला आ रहा है, लेकिन उनका मानना है कि वह दोनों देशों के नेताओं के साथ अच्छे संबंध रखते हैं।”
यूएस वाइस प्रेसिडेंट जेडी वेंस का बयान
हालांकि यूएस वाइस प्रेसिडेंट जेडी वेंस ने कहा कि अमेरिका इस संघर्ष में हस्तक्षेप नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “हम इन दोनों देशों को शांति की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं, लेकिन हम इस युद्ध में नहीं पड़ेंगे क्योंकि यह मूल रूप से हमारा काम नहीं है और इसका अमेरिका की क्षमता से कोई लेना-देना नहीं है।”
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव उस समय बढ़ गया जब भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इसके बाद पाकिस्तान ने भी भारत के खिलाफ कार्रवाई की। दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है और अमेरिका की मध्यस्थता की पेशकश को इस संघर्ष को समाप्त करने के एक संभावित तरीके के रूप में देखा जा रहा है। अमेरिका की मध्यस्थता की पेशकश भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को समाप्त करने के एक संभावित तरीके के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि यह देखना होगा कि दोनों देश इस पेशकश को स्वीकार करते हैं या नहीं। दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है और इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए जल्द से जल्द कोई समाधान निकालना आवश्यक है ।

शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *