नई दिल्ली:- रक्षा मंत्रालय ने आज एक बयान जारी कर बताया कि जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी मूल के ड्रोन और मिसाइलों द्वारा जम्मू, पठानकोट और उधमपुर में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की गई। हालांकि, भारतीय सेना ने अपनी स्थापित मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार गतिज और गैर-गतिज क्षमताओं का उपयोग करके इन खतरों को तेजी से निष्क्रिय कर दिया।
कोई हताहत या सामग्री की क्षति नहीं
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इस घटना में कोई हताहत या सामग्री की क्षति नहीं हुई है। भारतीय सेना ने अपनी चौकसी और तैयारी का प्रदर्शन करते हुए इन खतरों को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया।
भारत की तैयारी
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने और अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। भारतीय सेना किसी भी तरह के खतरे का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहती है और अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करती रहती है।
पाकिस्तान की साजिश
पाकिस्तान द्वारा भारतीय सीमा में ड्रोन और मिसाइल भेजने की कोशिश को उसकी साजिश के रूप में देखा जा रहा है। पाकिस्तान अक्सर इस तरह की गतिविधियों में लिप्त रहता है, जिसका उद्देश्य भारत में अस्थिरता फैलाना और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देना होता है।
भारत की प्रतिक्रिया
भारत ने पाकिस्तान की इस साजिश को नाकाम करने के लिए कड़ी कार्रवाई की है और सीमा पर अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और भी मजबूत किया है। भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि वह अपनी हरकतों से बाज आए और भारत की सीमा का सम्मान करे।
जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को नष्ट करने की घटना ने एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। भारत ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कड़ी कार्रवाई की है और पाकिस्तान को चेतावनी दी है। अब देखना यह है कि पाकिस्तान क्या कदम उठाता है और इस स्थिति का क्या परिणाम होता है [1]।