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भारत-पाकिस्तान सीमा पर गोलीबारी तेज, निवासी भूमिगत बंकरों में शिफ्ट

नई दिल्ली:- भारत और पाकिस्तान के बीच नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी तेज होने के कारण निवासी भूमिगत बंकरों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। हालिया हिंसा के बाद जिसमें तीन नागरिक मारे गए स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई है।

क्या है पूरा मामला?

भारत की सैन्य कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान ने भारी तोपखाने की गोलीबारी शुरू कर दी जिसमें तीन निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई। भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की है लेकिन कहा है कि वह समानुपातिक तरीके से जवाब दे रही है।

कौन से इलाके प्रभावित हुए हैं?

गोलीबारी के कारण जम्मू-कश्मीर के कई जिले प्रभावित हुए हैं जिनमें पुंछ, राजौरी और जम्मू शामिल हैं। इन जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और हवाई अड्डों पर ऑपरेशन भी स्थगित कर दिए गए हैं।

नागरिकों की सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं

नागरिकों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं जिनमें भूमिगत बंकरों का निर्माण और आपातकालीन सेवाओं की तैयारी शामिल है। ‘मोदी बंकर’ जैसे भूमिगत बंकरों को भी पुनर्जीवित किया जा रहा है ताकि नागरिकों को सुरक्षित रखा जा सके।

सरकार की प्रतिक्रिया

सरकार ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए कई कदम उठाए हैं। गृह मंत्रालय ने राज्यों को आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है और मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए हैं। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च-स्तरीय बैठकों में स्थिति की समीक्षा की है और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के कारण सीमा पर स्थिति बहुत ही संवेदनशील हो गई है। नागरिकों की सुरक्षा के लिए सरकार और सेना द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन स्थिति अभी भी बहुत ही अनिश्चित है।

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