प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने माना है कि प्रयागराज में महाकुंभ में भगदड़ के छह सप्ताह बाद भी उसके पास हताहतों का कोई आधिकारिक डेटा नहीं है। इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। कनिष्ठ गृह मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, “इस तरह के डेटा को केंद्र द्वारा नहीं रखा जाता है।” उन्होंने कहा कि आपदाओं की जांच करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार पर है।
जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके लिए यह प्रतिक्रिया परित्याग है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में विपक्ष ने भीड़ को नियंत्रित न कर पाने के लिए सरकार की आलोचना की। उन्होंने पूछा, “भक्त 300 किलोमीटर लंबे जाम में फंस गए थे। क्या यह ‘विकसित भारत’ है? अगर हम पृथ्वी पर समस्याओं से नहीं निपट सकते तो चंद्रमा पर जाने का क्या मतलब है?” राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ की “सफलता” पर अपने भाषण में पीड़ितों का ज़िक्र तक नहीं किया। ममता बनर्जी ने इसे “मृत्यु कुंभ” करार दिया।