इम्फाल (मणिपुर) : मणिपुर में मैतेई जातीय समूह के एक युवक लुवांगथेम मुकेश के लापता होने से राज्य में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। उसकी माँ लुवांगथेम ओमिला देव उसे बेतहाशा खोज रही है। उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि वह रविवार को अपनी लाल ऑल्टो 800 में घर से निकला था और कभी वापस नहीं लौटा।
सीसीटीवी फुटेज में मुकेश की कार को आखिरी बार बिष्णुपुर जिले में कुकी के नेतृत्व वाले गांवों के पास देखा गया है जो कि लगभग दो साल की जातीय हिंसा से सुलग रहा इलाका है। उसके रिश्तेदारों ने हर जगह उसकी तलाश की है। परिवार के हर सदस्य को फोन किया है लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला है।
मणिपुर मई 2023 से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसक झड़पों के बाद के हालात से निपटने के लिए संघर्ष कर रहा है जिसमें 250 से ज़्यादा लोग मारे गए और लगभग 50,000 लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।
इस महीने की शुरुआत में सरकार ने पूरे राज्य में मुक्त आवाजाही का आदेश दिया था लेकिन कांगपोकपी में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया जिसके परिणामस्वरूप फिर से खून-खराबा हुआ। कुकी समूह पहले राजनीतिक समाधान चाहते हैं और फिर आवाजाही को मुक्त करना चाहते हैं और मैतेई संगठन इसका विरोध करते हैं कि शांति और संवाद एक साथ रह सकते हैं। लेकिन मुकेश की माँ के लिए राजनीति कोई मुद्दा नहीं है। वह बस अपने बेटे को वापस चाहती हैं।
विभाजनों से विभाजित भूमि में क्या हम इतिहास के खुद को दोहराने से पहले मानवता को चुनेंगे? मुकेश अभी भी लापता है। और समय बीतता जा रहा है।