भोपाल (मध्यप्रदेश): मध्यप्रदेश पुलिस के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और स्पेशल डीजी (रेल) मनीष शंकर शर्मा का निधन हो गया। वे कुछ समय से बीमार थे और दिल्ली में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनका पार्थिव शरीर भोपाल लाया गया जहां उनके निवास पर अंतिम दर्शन के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा।
31 साल की सेवा में 4 महाद्वीपों में निभाई अहम भूमिका
मूल रूप से नर्मदापुरम (मध्यप्रदेश) के रहने वाले मनीष शंकर शर्मा एक प्रभावशाली पुलिस अधिकारी थे। उन्होंने इंदौर के डेली कॉलेज से पढ़ाई करने के बाद बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ पिलानी से एमबीए किया। इसके बाद उन्होंने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल सिक्योरिटी, काउंटर टेररिज्म और पब्लिक पॉलिसी में मास्टर्स डिग्री हासिल की।
संयुक्त राष्ट्र मिशन का भी रहे हिस्सा
1997-98 में संयुक्त राष्ट्र मिशन के तहत बोस्निया और हर्जेगोविना में उन्होंने स्थानीय पुलिस अधिकारियों को ट्रेनिंग दी थी। वे रायसेन, सतना, छिंदवाड़ा और खंडवा में एसपी के रूप में भी सेवाएं दे चुके थे। इसके अलावा उन्होंने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सुरक्षा निदेशक और टी-बोर्ड ऑफ इंडिया के डायरेक्टर के रूप में भी कार्य किया।
कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में ‘मनीष शर्मा डे’ मनाया जाता है
IPS मनीष शर्मा की वैश्विक पहचान का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें 2023 में सैन डिएगो, कैलिफोर्निया के महापौर केविन एल. फॉकनर ने यूएस हाउस ऑफ रिप्रिजेंटेटिव्स का ‘सर्टिफिकेट ऑफ स्पेशल कांग्रेशनल’ सम्मान दिया था। साथ ही हर साल 20 जुलाई को ‘मनीष शंकर शर्मा दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी।
‘ग्लोबल टेररिज्म चैलेंज एंड पॉलिसी ऑप्शन’ के लेखक
IPS मनीष शर्मा न सिर्फ एक बेहतरीन पुलिस अधिकारी थे बल्कि एक लेखक भी थे। उन्होंने ‘ग्लोबल टेररिज्म चैलेंज एंड पॉलिसी ऑप्शन’ नामक पुस्तक लिखी जो आतंकवाद और सुरक्षा नीतियों पर एक महत्वपूर्ण अध्ययन है।
उनके निधन से मध्यप्रदेश पुलिस और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा जगत में शोक की लहर है।