नई दिल्ली:- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने ओपन और डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) और ऑनलाइन प्रोग्राम्स के लिए प्रवेश की समय सीमा 15 मार्च 2025 तक बढ़ा दी है। यह विस्तार उन सभी अधिसूचित कार्यक्रमों पर लागू होता है जो ओडीएल और ऑनलाइन मोड में पेश किए जाते हैं सिवाय प्रमाण पत्र पाठ्यक्रमों के।
क्यों बढ़ाई गई समय सीमा?
इग्नू ने समय सीमा बढ़ाने के पीछे के कारणों के बारे में विस्तार से नहीं बताया है लेकिन यह छात्रों की प्रतिक्रिया के जवाब में हो सकता है। कई छात्र काम, परिवार या वित्तीय बाधाओं के कारण समय सीमा को पूरा करने में संघर्ष करते हैं। इस विस्तार से छात्रों को अधिक समय मिलेगा और वे अपनी पढ़ाई को आसानी से पूरा कर पाएंगे।
कौन लाभान्वित होंगे?
यह विस्तार विभिन्न प्रकार के छात्रों के लिए लाभकारी होगा जिनमें शामिल हैं:
– नए छात्र: जो छात्र पहली बार इग्नू में प्रवेश ले रहे हैं वे इस विस्तार का लाभ उठा सकते हैं।
– वर्तमान छात्र: जो छात्र पहले से ही इग्नू में पढ़ रहे हैं वे अपनी पढ़ाई को जारी रखने के लिए पुनः पंजीकरण कर सकते हैं।
– विशेष मामले: जो छात्र अपने पाठ्यक्रम में बदलाव करना चाहते हैं या जो छात्र पहले प्रवेश लेने में असफल रहे हैं वे भी इस विस्तार का लाभ उठा सकते हैं।
पंजीकरण और पुनः पंजीकरण की प्रक्रिया
इग्नू की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर छात्र पंजीकरण और पुनः पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण के लिए छात्रों को अपने व्यक्तिगत विवरण और आवश्यक दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा। पुनः पंजीकरण के लिए छात्रों को अपने पंजीकरण संख्या और पासवर्ड का उपयोग करके लॉग इन करना होगा और अपने अगले सेमेस्टर के पाठ्यक्रमों का चयन करना होगा।
शुल्क और वित्तीय सहायता
इग्नू के पाठ्यक्रमों के लिए शुल्क काफी कम है। स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए शुल्क 4,700 से 10,600 रुपये प्रति वर्ष है जबकि स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए शुल्क 9,000 से 13,000 रुपये प्रति वर्ष है। छात्रों को विभिन्न प्रकार की वित्तीय सहायता भी उपलब्ध है जैसे कि छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति ।