मुंबई (महाराष्ट्र) : विरार में एक बच्चे के अपहरण की घटना में 38 वर्षीय किताबुन्निशा चौधरी ने अपनी भाभी के 3 महीने के बच्चे का अपहरण कर लिया। पुलिस ने उसे झारखंड सीमा पर बिहार के सरमेर गांव में खोज निकाला और नवजात शिशु को सुरक्षित पाया।
इसका यह कारण था कि उसने अपने 18 वर्षीय प्रेमी को वापस पाने के लिए गर्भवती होने का नाटक किया था जो अपने घर चला गया था। अपनी भाभी के जन्म देने के बाद उसने बच्चे को चुरा लिया और अपने प्रेमी को उससे शादी करने के लिए मनाने के उद्देश्य से उसे बिहार ले गई। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने कहा कि उसे विश्वास था कि बच्चा उसका है।
अधिकारियों ने शुक्र है कि बच्चे को बचा लिया और 10 दिनों के बाद उसे उसके माता-पिता को वापस कर दिया। गोरेगांव ईस्ट में चोरों ने वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के पास फुटपाथ पर सो रहे माता-पिता से 38 दिन के बच्चे को छीन लिया। निगरानी फुटेज में एक रिक्शा चालक और उसकी दो पत्नियाँ बच्चे को बेचने के लिए भागते हुए दिखाई दिए।
मुंबई पुलिस ने संदिग्धों पर नज़र रखने से पहले 11,000 ऑटो को ट्रैक किया और सभी चार को पकड़ लिया जिसमें एक डीलर भी शामिल था जो खरीदार की तलाश में था।