नई दिल्ली : भारत में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देते हुए एक दशक में IIT सीटों की संख्या दोगुनी हो गई है। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने लोकसभा को बताया कि 23 IIT में प्रवेश 65,000 से बढ़कर 1.35 लाख हो गया है जिससे छात्रों की संख्या में वृद्धि हुई है।
यह सब नहीं है – सरकार IIT परिसरों के विस्तार के लिए निवेश कर रही है। 2014 के बाद स्थापित पाँच IIT में से IIT हैदराबाद, IIT कानपुर, IIT-BHU वाराणसी, IIT तिरुपति और IIT पटना अब स्थायी परिसरों से काम कर रहे हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 6,500 और छात्रों के विकास के लिए ₹1,830 करोड़ निर्धारित किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि यह वृद्धि केवल इंजीनियरिंग विभाग में ही नहीं है। चिकित्सा पेशेवरों की बढ़ती मांग के कारण सरकार अगले शैक्षणिक वर्ष से मेडिकल कॉलेजों में 10,000 अतिरिक्त सीटें जोड़ने जा रही है और अगले पांच वर्षों में हमारे पास मेडिकल कॉलेजों में 75,000 सीटें और होंगी।
इसके अलावा, शिक्षा के लिए 500 करोड़ रुपये का एआई उत्कृष्टता केंद्र भी स्थापित किया जाएगा और कौशल विकास के लिए पाँच राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र होंगे जो कौशल विकास में वैश्विक मास्टर्स के साथ काम करेंगे।
इन उपायों के साथ भारत भविष्य के लिए पहले कभी न देखे गए कार्यबल की तैयारी कर रहा है!