खैबर पख्तूनख्वा (पाकिस्तान) : एक दिल दहलाने वाली घटना पाकिस्तान में हुई जहाँ एक पिता ने अपनी 12 वर्षीय बेटी को जबरन शादी से बचाने के लिए आत्महत्या कर ली। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान में रहने वाले आदिल को तब बहुत दुख हुआ जब एक स्थानीय जिरगा (आदिवासी परिषद) ने विवाद को सुलझाने के लिए उसकी बेटी को समझौते के तौर पर “पेश” करने का आदेश दिया।
झगड़ा तब शुरू हुआ जब आदिल के भतीजे पर एक शादी में एक महिला को परेशान करने का आरोप लगाया गया। भतीजे ने जुर्माना तो भरा लेकिन जिरगा ने भी आदिल को ही जिम्मेदार ठहराया क्योंकि घटना उसके घर पर हुई थी। उनका फैसला? उसे अपनी मासूम बेटी की शादी परेशान करने वाली महिला के भाई से करानी पड़ी!
“आदिल खुद को असहाय महसूस कर रहा था और उसे लगा कि वह सिस्टम के भीतर उसकी मदद नहीं कर सकता, इसलिए उसने बहुत ही दिल दहला देने वाला फैसला किया।” ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक ऑडियो संदेश में उसने कहा कि वह जिरगा के “क्रूर” फैसले का पालन नहीं करेगा। उसने अपनी बेटी को छोड़ने से इनकार कर दिया और जहर खाकर आत्महत्या कर ली।
बेटे ने कहा कि जिरगा में भाग लेने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आदिल की छह बेटियाँ अब सुरक्षित हैं। लेकिन उसकी मौत ने कई ग्रामीण इलाकों में न्याय की देखरेख करने वाली अवैध आदिवासी परिषदों की ताकत पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
आदिल एक ऐसे पिता के रूप में मरा जो अपनी बेटी के भविष्य को दांव पर नहीं लगाएगा। हमें उसके बलिदान को नहीं भूलना चाहिए।