Dastak Hindustan

आरबीआई का निर्देश: लेंडर्स को ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स की रिपोर्टिंग का दायरा बढ़ाना होगा

नई दिल्ली:- भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने लेंडर्स को निर्देश दिया है कि वे ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स की रिपोर्टिंग का दायरा बढ़ाएं। यह निर्देश आरबीआई द्वारा जारी एक परिपत्र में दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि लेंडर्स को अपनी ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स की रिपोर्टिंग में अधिक पारदर्शिता और विस्तार से जानकारी प्रदान करनी होगी।

आरबीआई के इस निर्देश का मुख्य उद्देश्य यह है कि लेंडर्स की ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स की गतिविधियों पर अधिक प्रभावी ढंग से निगरानी रखी जा सके और इससे संबंधित जोखिमों को कम किया जा सके।

ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स में लेंडर्स द्वारा विदेशी मुद्रा में लिए गए ऋणों को स्वैप करने की प्रक्रिया शामिल होती है। यह प्रक्रिया लेंडर्स को अपने विदेशी मुद्रा ऋणों के जोखिम को कम करने में मदद करती है लेकिन इससे संबंधित जोखिमों को भी बढ़ा सकती है।

आरबीआई के इस निर्देश से लेंडर्स को अपनी ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स की रिपोर्टिंग में अधिक पारदर्शिता और विस्तार से जानकारी प्रदान करनी होगी इससे आरबीआई को लेंडर्स की ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स की गतिविधियों पर अधिक प्रभावी ढंग से निगरानी रखने में मदद मिलेगी और इससे संबंधित जोखिमों को कम किया जा सकेगा।

इस निर्देश के अलावा, आरबीआई ने लेंडर्स को अपनी ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स की गतिविधियों को अधिक पारदर्शी और विस्तृत ढंग से प्रकट करने के लिए भी कहा है इससे निवेशकों और अन्य हितधारकों को लेंडर्स की ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स की गतिविधियों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी और इससे संबंधित जोखिमों को कम किया जा सकेगा।

आरबीआई के इस निर्देश से लेंडर्स को अपनी ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स की गतिविधियों को अधिक पारदर्शी और विस्तृत ढंग से प्रकट करने के लिए मजबूर किया जाएगा। इससे आरबीआई को लेंडर्स की ऑफशोर स्वैप ट्रेड्स की गतिविधियों पर अधिक प्रभावी ढंग से निगरानी रखने में मदद मिलेगी और इससे संबंधित जोखिमों को कम किया जा सकेगा।

शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *