बलूचिस्तान (पाकिस्तान) : पाकिस्तान में बंधक संकट भयावह रूप से सामने आ रहा है। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने जाफर एक्सप्रेस पर कब्ज़ा कर लिया है जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित 450 से ज़्यादा यात्री सवार हैं। यात्री ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी तभी हथियारबंद उग्रवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी जिससे ट्रेन को सुरंग संख्या 8 के अंदर रोकना पड़ा और ड्राइवर घायल हो गया।
उग्रवादियों ने भयावह शब्दों में चेतावनी दी है कि किसी भी बचाव अभियान के गंभीर परिणाम होंगे। वे बलूचिस्तान की आज़ादी की मांग कर रहे हैं जो लंबे समय से संसाधनों और स्वशासन को लेकर संघर्ष से त्रस्त क्षेत्र है।
पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नक़वी ने हमले की निंदा की और वादा किया कि निर्दोष नागरिकों की जान को ख़तरा पैदा करने वालों को कोई रियायत नहीं दी जाएगी। सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं लेकिन स्थिति तनावपूर्ण है।
जफ्फर एक्सप्रेस अपहरण बलूचिस्तान में चल रही हिंसा की एक और भयावह याद दिलाता है जहां विद्रोही समूहों का कहना है कि वे अपनी भूमि के समृद्ध संसाधनों की लूट के खिलाफ लड़ रहे हैं।
जबकि दुनिया देख रही है, बंधकों के परिवार डर के साये में इंतजार कर रहे हैं। क्या सरकार बातचीत की मेज पर आएगी या बचाव अभियान चलाएगी? सैकड़ों लोगों की जान खतरे में है।