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‘विमल’ विज्ञापन ने शाहरुख खान, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ को कानूनी परेशानी में डाला: रिपोर्ट

मुंबई (महाराष्ट्र) : शिकायतकर्ता के अनुसार यह “भ्रामक” विज्ञापन ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को पान मसाला और तंबाकू पाउच का कॉम्बो खरीदने के लिए मनाने के लिए दिखाया गया है।

शाहरुख खान, अजय देवगन और टाइगर श्रॉफ अपने विमल पान मसाला विज्ञापनों को लेकर मुश्किल में फंस गए हैं।

जयपुर में जिला उपभोक्ता विवाद निवारण फोरम ने दोनों अभिनेताओं और विमल गुटखा ब्रांड निर्माता जेबी इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष को नोटिस जारी कर 19 मार्च को पेश होने को कहा है।

अब TOI की एक रिपोर्ट के अनुसार बी-टाउन के सितारों को कथित रूप से भ्रामक विज्ञापन को लेकर नोटिस मिला है जिसमें पान मसाला के हर दाने में ‘केसर’ होने का दावा किया गया है।

HT स्वतंत्र रूप से इस जानकारी की पुष्टि नहीं कर सका। विज्ञापन की टैग लाइन कहती है, “दाने दाने में है केसर का दम“। उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष ग्यारसीलाल मीना और सदस्य हेमलता अग्रवाल ने जयपुर निवासी याचिकाकर्ता योगेंद्र सिंह बडियाल की शिकायत पर सुनवाई करते हुए यह आदेश पारित किया।

याचिकाकर्ता ने क्या आरोप लगाया? याचिकाकर्ता ने अपनी शिकायत के माध्यम से दावा किया कि पान मसाला लोग अप्रत्यक्ष रूप से पीते हैं लेकिन अल-फ़ैज़ के विज्ञापन में पान मसाले में ‘केसर’ होने की बात कही गई है। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि केसर की कीमत लगभग ₹4 लाख प्रति किलोग्राम है और तंबाकू पाउच वाले पान मसाले की कीमत ₹5 है। “ऐसी स्थिति में केसर डालना तो दूर की बात है, इसमें खुशबू भी नहीं डाली जा सकती,” TOI की रिपोर्ट में याचिकाकर्ता के हवाले से कहा गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार, यह “भ्रामक” विज्ञापन अधिक से अधिक लोगों को पान मसाला और तंबाकू की थैली खरीदने के लिए प्रेरित करता है और निर्माता को लाभ होता है।

शिकायत में अभिनेताओं पर “झूठा प्रचार” करने का आरोप लगाया गया है जिसमें ऐसा दिखाया गया है मानो पान मसाला के हर दाने में केसर मौजूद है।

शिकायत में यह भी कहा गया है कि निर्माता करोड़ों रुपये का कारोबार कर रहा है और दूसरी ओर आम लोग पान मसाला-तंबाकू के संयोजन का सेवन करके कैंसर जैसी बीमारियों को “आमंत्रित” कर रहे हैं।

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