इंफाल (मणिपुर): केंद्र सरकार ने मणिपुर में 8 मार्च से फ्री मूवमेंट लागू करने का आदेश दिया था जिससे राज्यभर में बस सेवाएं शुरू हो सकें। लेकिन पहले ही दिन कई इलाकों में हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाए, सड़कें खोदी और सुरक्षाबलों पर पथराव किया।
कुकी समुदाय की अलग प्रशासन की मांग
कुकी जनजाति तब तक राज्य में स्वतंत्र आवागमन नहीं चाहती जब तक कि उनकी अलग प्रशासन की मांग पूरी नहीं हो जाती। इंफाल से कांगपोकपी और विष्णुपुर के लिए बसें रवाना हुईं लेकिन प्रदर्शनकारियों ने रास्ते में अवरोधक लगा दिए।
महिलाओं पर लाठीचार्ज, पत्थरबाजी से माहौल तनावपूर्ण
राजमार्ग को अवरुद्ध करने की कोशिश कर रही कुकी समुदाय की महिलाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें कई घायल हो गईं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में प्रदर्शनकारी सुरक्षाबलों को गालियां देते, टायर जलाते और बैरिकेड लगाते नजर आए।
पहले भी नाकाम हुई थी कोशिश
दिसंबर 2024 में पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने भी बस सेवाएं शुरू करने की कोशिश की थी लेकिन यात्री नहीं पहुंचे थे। अब राष्ट्रपति शासन के बावजूद विरोध जारी है।
केंद्र सरकार का सख्त रुख
केंद्र सरकार ने साफ किया है कि मणिपुर में अब किसी भी जगह सड़क अवरोध स्वीकार नहीं किया जाएगा। लेकिन कुकी समुदाय और उग्रवादी गुट फ्री मूवमेंट से पहले अलग प्रशासन की मांग पर अड़े हुए हैं।