मुंबई: शेयर बाजार में तेजी के बावजूद बीएसई लिमिटेड के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी है। बुधवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर बीएसई का शेयर 9% गिरकर 4,035.10 रुपये पर बंद हुआ जो पिछले चार महीने का निचला स्तर है।
एनएसई के फैसले से आई गिरावट
मंगलवार 4 मार्च 2025 को एनएसई ने अपने इक्विटी डेरिवेटिव अनुबंधों की समाप्ति तिथि में बदलाव की घोषणा की थी। अब निफ्टी 50 और अन्य प्रमुख इंडेक्स के डेरिवेटिव अनुबंधों की समाप्ति गुरुवार के बजाय सोमवार को होगी। यह नया नियम 4 अप्रैल 2025 से लागू होगा।
बाजार पर असर क्यों पड़ा?
एनएसई के अनुसार यह बदलाव समाप्ति प्रक्रिया को अधिक व्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए किया गया है जिससे बाजार की दक्षता बढ़ेगी। इस बदलाव का प्रभाव निफ्टी 50, बैंक निफ्टी, फिननिफ्टी, निफ्टी नेक्स्ट 50, निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट इंडेक्स और स्टॉक डेरिवेटिव्स की एफएंडओ समाप्ति पर पड़ेगा।
आगे क्या होगा?
एनएसई ने अपने परिपत्र में कहा कि संशोधित समाप्ति तिथियों की जानकारी 3 अप्रैल 2025 के दिन के अंत में अनुबंध फाइल में उपलब्ध होगी जो 4 अप्रैल 2025 से व्यापार के लिए प्रभावी होगी।
विश्लेषकों का मानना है कि इस बदलाव के कारण ट्रेडर्स और निवेशक बीएसई शेयरों से दूरी बना रहे हैं जिससे इसमें लगातार गिरावट देखी जा रही है।