नई दिल्ली:- भारतीय अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति की दर में कमी आने से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को ब्याज दरें कम करने का मौका मिला है यह बात राष्ट्रीय सामाजिक-आर्थिक अनुसंधान परिषद (एनसीएईआर) ने कही है। एनसीएईआर के अनुसार मुद्रास्फीति की दर में कमी से आरबीआई को ब्याज दरें कम करने का मौका मिला है जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिल सकता है।
मुद्रास्फीति की दर में कमी
भारतीय अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति की दर में कमी आने से आरबीआई को ब्याज दरें कम करने का मौका मिला है। मुद्रास्फीति की दर में कमी से अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ सकती है जिससे आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिल सकता है।
आरबीआई की ब्याज दर नीति
आरबीआई ने हाल ही में ब्याज दर में कटौती की है जो कि लगभग पांच वर्षों में पहली कटौती है आरबीआई ने यह कटौती आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए की है। आरबीआई की ब्याज दर नीति का मुख्य उद्देश्य अर्थव्यवस्था में मुद्रा आपूर्ति को बढ़ाना और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना है।
एनसीएईआर के अनुसार, मुद्रास्फीति की दर में कमी से आरबीआई को ब्याज दरें कम करने का मौका मिला है जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिल सकता है। आरबीआई की ब्याज दर नीति का मुख्य उद्देश्य अर्थव्यवस्था में मुद्रा आपूर्ति को बढ़ाना और मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना है।