नई दिल्ली:-भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ताजा आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2025 में क्रेडिट कार्ड खर्च में 10.8% की वृद्धि हुई है। इस दौरान क्रेडिट कार्ड खर्च 1.84 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि के कारण
क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि के कई कारण हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
–आर्थिक वृद्धि: भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि के कारण लोगों की आय में वृद्धि हुई है जिससे उन्हें अधिक खर्च करने की क्षमता मिली है।
–क्रेडिट कार्ड की बढ़ती लोकप्रियता: क्रेडिट कार्ड की लोकप्रियता में वृद्धि हुई है जिससे अधिक लोग इसका उपयोग कर रहे हैं।
–ऑनलाइन खरीदारी में वृद्धि: ऑनलाइन खरीदारी में वृद्धि हुई है जिससे क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि हुई है।
क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि के प्रभाव
क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि के कई प्रभाव हैं। इनमें से कुछ प्रमुख प्रभाव निम्नलिखित हैं
–आर्थिक वृद्धि में योगदान: क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि से आर्थिक वृद्धि में योगदान होता है।
–उपभोक्ता खर्च में वृद्धि: क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि से उपभोक्ता खर्च में वृद्धि होती है।
–बैंकिंग क्षेत्र में वृद्धि: क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि से बैंकिंग क्षेत्र में वृद्धि होती है।
क्रेडिट कार्ड खर्च में 10.8% की वृद्धि एक महत्वपूर्ण घटना है। यह वृद्धि आर्थिक वृद्धि क्रेडिट कार्ड की बढ़ती लोकप्रियता और ऑनलाइन खरीदारी में वृद्धि के कारण हुई है। क्रेडिट कार्ड खर्च में वृद्धि के कई प्रभाव हैं जिनमें आर्थिक वृद्धि में योगदान उपभोक्ता खर्च में वृद्धि और बैंकिंग क्षेत्र में वृद्धि शामिल हैं।