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मिड, स्मॉलकैप फंड्स में एसआईपी जारी रखना चाहिए या रोकना चाहिए?

नई दिल्ली:- मिड और स्मॉलकैप फंड्स में एसआईपी जारी रखने या रोकने के बारे में निर्णय लेना एक महत्वपूर्ण कॉल है जो निवेशकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है हाल ही में इन फंड्स में गिरावट देखी गई है जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है।

मिड और स्मॉलकैप फंड्स की विशेषताएं

मिड और स्मॉलकैप फंड्स उच्च जोखिम और उच्च रिटर्न वाले फंड्स होते हैं  ये फंड्स छोटी और मध्यम आकार की कंपनियों में निवेश करते है जो उच्च विकास क्षमता रखती हैं ²। हालांकि, इन फंड्स में जोखिम भी अधिक होता है खासकर जब बाजार में गिरावट आती है।

एसआईपी जारी रखने के फायदे

एसआईपी जारी रखने के कई फायदे हैं

रुपये की लागत औसत: एसआईपी आपको बाजार की अस्थिरता के दौरान भी निवेश करने की अनुमति देता जिससे आपको रुपये की लागत औसत में मदद मिलती है।

लंबी अवधि के लिए निवेश: एसआईपी आपको लंबी अवधि के लिए निवेश करने की अनुमति देता है जिससे आपको बाजार की अस्थिरता के प्रभाव से बचने में मदद मिलती है।

नियमित निवेश: एसआईपी आपको नियमित रूप से निवेश करने की अनुमति देता जिससे आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है।

एसआईपी रोकने के नुकसान

एसआईपी रोकने के कई नुकसान हैं:

बाजार की अस्थिरता का प्रभाव: एसआईपी रोकने से आपको बाजार की अस्थिरता का प्रभाव झेलना पड़ सकता है जिससे आपके निवेश की वैल्यू घट सकती है।

लंबी अवधि के लिए निवेश की कमी: एसआईपी रोकने से आपको लंबी अवधि के लिए निवेश करने की अनुमति नहीं मिलती है जिससे आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद नहीं मिलती है।

नियमित निवेश की कमी: एसआईपी रोकने से आपको नियमित रूप से निवेश करने की अनुमति नहीं मिलती है जिससे आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद नहीं मिलती है।

मिड और स्मॉलकैप फंड्स में एसआईपी जारी रखने या रोकने के बारे में निर्णय लेना एक महत्वपूर्ण कॉल है जो निवेशकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। हालांकि एसआईपी जारी रखने के कई फायदे हैं जैसे कि रुपये की लागत औसत, लंबी अवधि के लिए निवेश, और नियमित निवेश।

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