चंडीगढ़ : किसान आंदोलन को लेकर लंबे समय से चल रहा संशय आखिरकार खत्म हो गया, जब संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 14 फरवरी को होने वाली बैठक में शामिल होने की घोषणा की। चंडीगढ़ में आयोजित इस बैठक में किसान नेता अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार के सामने मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे।
खनौरी बॉर्डर पर आयोजित महापंचायत में डल्लेवाल ने युवाओं के रोजगार और कृषि क्षेत्र की मजबूती पर जोर दिया। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि युवाओं को विदेशों में अपमानित होने से बचाने के लिए देश में ही रोजगार के अवसर पैदा किए जाने चाहिए। इसके लिए कृषि क्षेत्र को मजबूत करने और एमएसपी की गारंटी को प्राथमिकता देने की जरूरत है।
डल्लेवाल ने यह भी कहा कि मोदी सरकार को यह समझना चाहिए कि क्यों देश के युवा विदेशों में रोजगार के लिए पलायन कर रहे हैं। इसका मुख्य कारण रोजगार के अवसरों की कमी है। उन्होंने इस मुद्दे को मजबूती से उठाने के लिए केंद्र के साथ होने वाली बैठक में भाग लेने की बात कही।
इस बैठक से पहले किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा की अचानक तबीयत बिगड़ गई और उन्हें दिल का दौरा पड़ा। उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।
इसके अलावा शंभू बॉर्डर पर भी एक महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, जहां किसान आंदोलन की आगामी रणनीति पर चर्चा होगी। एमएसपी और युवाओं के रोजगार जैसे मुद्दे अभी भी किसानों के लिए मुख्य चिंता बने हुए हैं।