मुंबई:- मुंबई में गुलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) के कारण पहली मौत दर्ज की गई है। यह दुर्लभ बीमारी शरीर की तंत्रिका प्रणाली को प्रभावित करती है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में अब तक 197 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें 8 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुंबई में पहली मौत, मरीज था अस्पताल का वार्ड बॉय
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के मुताबिक, 53 वर्षीय मरीज की बुधवार को नायर अस्पताल में मौत हो गई। वह वडाला इलाके का रहने वाला था और एक अस्पताल में वार्ड बॉय के रूप में काम करता था। बताया जा रहा है कि वह 15 दिन पहले पुणे गया था, जहां GBS के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
बीमारी के लक्षण और इलाज
मरीज को 23 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके पैरों में तेज दर्द था और बाद में सांस लेने में तकलीफ होने लगी, जिसके चलते उसे आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया। हालांकि, मंगलवार को उसकी मौत हो गई।
GBS एक दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल बीमारी है जिसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली खुद तंत्रिका तंतुओं पर हमला करने लगती है। इससे मांसपेशियों में कमजोरी, सुन्नता और लकवे जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गंभीर मामलों में सांस लेने में दिक्कत भी हो सकती है। इसका इलाज इंट्रावेनस इम्यूनोग्लोबुलिन या प्लाज्मा एक्सचेंज से किया जाता है।
महाराष्ट्र में GBS के बढ़ते मामले
BMC के अनुसार पुणे रीजन में अब तक 197 संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं और 7 मौतें हुई हैं। वहीं मुंबई के सभी अस्पतालों को इस बीमारी से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने जरूरी दवाओं और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही है।
विशेषज्ञों की सलाह: अगर किसी को पैरों या हाथों में सुन्नता, कमजोरी या सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।