पेरिस (फ्रांस):- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पेरिस में एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने, वैश्विक चुनौतियों से निपटने और आपसी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई।
द्विपक्षीय सहयोग पर जोर
बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने 2047 रोडमैप पर विचार-विमर्श किया, जो भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। साथ ही, आर्थिक, रक्षा, विज्ञान और नवाचार क्षेत्रों में सहयोग को और विस्तार देने की प्रतिबद्धता जताई।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता को फ्रांस का समर्थन
दोनों नेताओं ने एक न्यायसंगत और शांतिपूर्ण अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। फ्रांस ने एक बार फिर भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया और बहुपक्षीय मंचों पर समन्वय बढ़ाने की सहमति बनी।
वैश्विक आतंकवाद और साइबर सुरक्षा पर चर्चा
बैठक में आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया गया। भारत और फ्रांस ने आतंकवादी संगठनों को वित्तीय मदद रोकने और साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए संयुक्त कदम उठाने पर सहमति जताई। 2025 में भारत-फ्रांस साइबर सुरक्षा वार्ता आयोजित करने पर भी चर्चा हुई।
भारत-फ्रांस नवाचार वर्ष की घोषणा
विज्ञान और अनुसंधान क्षेत्र में सहयोग को और गहरा करने के लिए मार्च 2026 में नई दिल्ली में “भारत-फ्रांस नवाचार वर्ष” की शुरुआत की जाएगी। इस मौके पर दोनों नेताओं ने इस पहल का आधिकारिक लोगो भी लॉन्च किया।
यूक्रेन-रूस युद्ध और इंडो-पैसिफिक रणनीति पर चर्चा
अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करते हुए पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने यूक्रेन युद्ध और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के लिए रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई।
एआई और डिजिटल सहयोग को मिलेगा बढ़ावा
भारत और फ्रांस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में संयुक्त रूप से काम करने के लिए एक रोडमैप लॉन्च किया। इसके तहत भारतीय स्टार्टअप्स को फ्रांस के इनक्यूबेटर प्रोग्राम में शामिल किया जाएगा। इसके अलावा फ्रांस में भारतीय यूपीआई भुगतान प्रणाली के विस्तार की भी चर्चा हुई।
मार्सिले यात्रा और सीईओ फोरम में संबोधन
पेरिस में उच्चस्तरीय वार्ता के बाद पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति विमान से एक साथ मार्सिले की यात्रा की। वहां प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में दोनों देशों के व्यापारिक और रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया गया। इसके अलावा पीएम मोदी ने भारत-फ्रांस सीईओ फोरम को भी संबोधित किया।
25 वर्षों की साझेदारी को और मजबूती देने की प्रतिबद्धता
विदेश सचिव विक्रम मिस्री के अनुसार, बैठक में दोनों नेताओं ने भारत-फ्रांस संबंधों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की प्रतिबद्धता जताई। यह साझेदारी पिछले 25 वर्षों में बहुआयामी रूप में विकसित हुई है और भविष्य में इसे और व्यापक बनाने के लिए दोनों देशों ने ठोस रणनीति बनाई है।