महासमुंद (छत्तीसगढ़):- छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के ग्रामवासियों के लिए आज एक महत्वपूर्ण दिन था जब राज्य के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्वामित्व योजना के तहत संपत्ति कार्ड वितरण समारोह का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 128 गांवों के 10,850 लोगों के बीच संपत्ति कार्ड वितरित किए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में 50,000 से अधिक गांवों को स्वामित्व कार्ड वितरित किया जा रहा है जिसका उद्देश्य है ग्रामीणों को उनकी जमीन का मालिकाना हक प्रमाणित करना।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा आज जो स्वामित्व संपत्ति कार्ड ग्रामीणों को मिल रहा है इससे पहले उनकी जमीन को लेकर कई तरह की समस्याएं आती थीं। अक्सर भूमि संबंधी विवाद होते थे और बैंकों से ऋण लेने के लिए दस्तावेजों की कमी की वजह से भी मुश्किलें आती थीं। लेकिन अब यह स्वामित्व कार्ड उनकी जमीन की स्थिति को स्पष्ट करेगा और उन्हें बैंकों से ऋण लेने में भी मदद करेगा।
उन्होंने आगे कहा कि यह योजना न केवल ग्रामीणों को जमीन के मालिकाना हक का प्रमाण देगी बल्कि भविष्य में उनकी भूमि को संपत्ति के रूप में मान्यता भी दिलाएगी। इससे वे अपने अधिकारों को साबित कर सकेंगे और सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। साथ ही अब बैंकों से आसानी से ऋण लेकर आर्थिक उन्नति की दिशा में बढ़ सकेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को बधाई दी और उन्हें इस कार्ड के सही उपयोग के लिए जागरूक भी किया। उन्होंने कहा कि इस योजना से न केवल भूमि मालिकों को सुरक्षा मिलेगी बल्कि भविष्य में भूमि विवादों की संख्या भी कम होगी। यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता का हिस्सा है जिससे अब देशभर के लाखों गांवों के लोग अपनी जमीन को लेकर आत्मविश्वास महसूस करेंगे।
महासमुंद जिले के 128 गांवों के ग्रामीणों को उनके जमीन के मालिकाना हक का प्रमाण प्राप्त हो चुका है। अब यह कार्ड उनके भविष्य की सुरक्षा और आर्थिक आजादी की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा।