नई दिल्ली:- प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया से जुड़े बहुचर्चित मल्टी यूनिट डेवलेपमेंट अथॉरिटी (MUDA) घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। ED ने इस मामले में 142 अचल संपत्तियों को जब्त किया है जिनकी कुल कीमत 300 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है। यह संपत्तियां कर्नाटक के विभिन्न जिलों में स्थित हैं और इनकी जब्ती विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी के आधार पर की गई है।
बीजेपी नेता प्रीम शुक्ला ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा यह भ्रष्टाचार का सबूत है। सिद्धारमैया फिर भी अपने इस्तीफे की पेशकश नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुकी है। पिछले 11 वर्षों से कांग्रेस केंद्र में नहीं है लेकिन वे अभी भी विभिन्न राज्यों में भ्रष्टाचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा यदि किसी की संपत्ति PMLA एक्ट के तहत जब्त होती है तो इसका मतलब है कि उसमें भरपूर सबूत होता है। ये संपत्तियां बिना प्रमाण के जब्त नहीं होतीं। इसलिए अब सिद्धारमैया को अपने पद से हट जाना चाहिए।
प्रवर्तन निदेशालय की यह कार्रवाई पिछले कई महीनों से चली आ रही जांच का नतीजा है जिसमें सिद्धारमैया और उनके करीबी सहयोगियों द्वारा की गई बेनामी संपत्तियों के लेन-देन और भ्रष्टाचार के सबूत सामने आए हैं। इन 142 संपत्तियों में कर्नाटक के बेंगलुरु, मैसूर, हासन, चिकमंगलुरु, और अन्य स्थानों की जमीनें, भवन और दुकानें शामिल हैं। यह कार्रवाई राजनीतिक क्षेत्र में हड़कंप मचाने के साथ-साथ विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गई है जो इसे चुनावी रणनीति के तौर पर देख रही हैं।