बिहार (पटना):- बिहार की राजधानी पटना में बुधवार को अटल जयंती समारोह के दौरान एक विवाद उठ गया। इस कार्यक्रम में भोजपुरी गायिका ने महात्मा गांधी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम प्रस्तुत किया जो गांधी जी का सबसे प्रसिद्ध भजन था और उनके जीवन का अहम हिस्सा था। हालांकि गायिका ने इसके बाद ‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम गाने का प्रयास किया जो कुछ ही मिनटों में विवाद का कारण बन गया।
पटना के बापू सभागार में आयोजित इस समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भी उपस्थित थे। जैसे ही गायिका ने ‘ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम गाना शुरू किया वहां मौजूद कई लोग इस भजन को लेकर असहमत हो गए और इसका विरोध किया। उनका कहना था कि इस प्रकार के समारोहों में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाले गीत गाने से बचना चाहिए। गायिका ने भी इस स्थिति को संभालते हुए जल्द ही गाने को रोक लिया और माफी मांगने की बात की।
विवाद बढ़ते देख अश्विनी चौबे ने खुद मंच से गायिका को हटा दिया और ‘जय श्री राम’ का उद्घोष करते हुए मंच पर स्थिति को काबू करने की कोशिश की। इस दौरान कुछ लोग उनके इस कदम का समर्थन कर रहे थे जबकि अन्य ने इसे राजनैतिक विवाद बनाने की कोशिश बताया।
राजनीतिक गलियारों में इस घटना पर तीखी प्रतिक्रियाएं आईं। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि गायिका ने गांधी जी का भजन गाया था जो समाज में एकता का संदेश देने वाला था लेकिन ‘ईश्वर-अल्लाह’ गाने से यह विवाद पैदा हुआ। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इस मामले को बढ़ावा नहीं दिया जाना चाहिए था।
विवाद के बाद गायिका ने माफी मांगते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी भी धर्म या समुदाय की भावनाओं को आहत करना नहीं था। उनका उद्देश्य सिर्फ एकता और सद्भावना को बढ़ावा देना था लेकिन कार्यक्रम में ऐसा कुछ घटित हुआ जिसकी उम्मीद नहीं थी। इस घटनाक्रम ने पटना में अटल जयंती समारोह के माहौल को गमगीन कर दिया और इस विवाद ने समाज और राजनीति में नए सवाल खड़े कर दिए हैं।।