परभणी (महाराष्ट्र):- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को परभणी जिले में हाल ही में हुई हिंसा के दौरान हिरासत में मारे गए एक युवक के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने इस घटना को 100% हिरासत में हुई मौत करार दिया और इसे संविधान की सुरक्षा करने वाले एक दलित युवक की हत्या बताया।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि यह हत्या दलित समुदाय को दबाने और संविधान की भावना को खत्म करने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा आरएसएस की विचारधारा संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही है और यह घटना उसी मानसिकता का नतीजा है।
मृतक के परिवार से मुलाकात
राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार के साथ समय बिताया और उनकी समस्याओं को सुना। परिवार ने बताया कि युवक को गलत तरीके से हिरासत में लिया गया था और उसकी मौत पुलिस कस्टडी में हुई। इस पर राहुल ने इसे पूरी तरह अन्याय और मानवाधिकारों का हनन बताया।
इस दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राहुल गांधी का यह दौरा राजनीति से प्रेरित था। उन्होंने कहा राहुल गांधी केवल राजनीतिक लाभ उठाने के लिए परभणी आए हैं और इस मामले को अनावश्यक रूप से तूल दे रहे हैं।
परभणी हिंसा का संदर्भ
महाराष्ट्र के परभणी जिले में कुछ दिनों पहले हिंसा भड़क उठी थी जिसमें पुलिस कार्रवाई के दौरान एक युवक की मौत हो गई। इस घटना ने दलित समुदाय के बीच आक्रोश पैदा कर दियाऔर राहुल गांधी के दौरे ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय चर्चा का विषय बना दिया है।
न्याय की मांग
राहुल गांधी ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है और दोषियों को सख्त सजा देने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद और जनता के बीच जोरदार तरीके से उठाएंगे।
संविधान की रक्षा का संदेश
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि संविधान के प्रति उनकी पार्टी की प्रतिबद्धता अडिग है और वे हर कीमत पर दलित और अन्य वंचित वर्गों के अधिकारों की रक्षा करेंगे।