नई दिल्ली:- विपक्षी गठबंधन ‘I.N.D.I.A.’ के नेतृत्व को लेकर कांग्रेस पार्टी में चल रही चर्चा के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने एक अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस गठबंधन के नेतृत्व के बारे में सोचना नहीं चाहिए और उन्हें इसके लिए तैयार रहना चाहिए कि गठबंधन का नेतृत्व किसी अन्य पार्टी को दिया जाए।
अय्यर ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में कहा कांग्रेस को यह नहीं सोचना चाहिए कि उन्हें इस गठबंधन का नेतृत्व करना चाहिए। जो भी लीडर बनना चाहता है उसे बनने दिया जाए। उनके इस बयान का उद्देश्य कांग्रेस पार्टी के भीतर और गठबंधन में नेतृत्व को लेकर हो रही चर्चाओं को लेकर स्पष्टता प्रदान करना था।
उन्होंने यह भी कहा कि ममता बनर्जी में नेतृत्व की क्षमता है और गठबंधन में कई अन्य नेताओं में भी यह क्षमता हो सकती है। उनके अनुसार अगर कांग्रेस को नेतृत्व छोड़ने का निर्णय लेती है तो भी यह कोई बड़ी बात नहीं होगी क्योंकि कांग्रेस पार्टी का महत्व और उसकी स्थिति हमेशा महत्वपूर्ण रहेगी।
मणिशंकर अय्यर के इस बयान ने विपक्षी दलों के बीच एक नई बहस को जन्म दिया है जिसमें यह सवाल उठने लगा है कि क्या कांग्रेस को खुद को इस गठबंधन के नेतृत्व से अलग कर लेना चाहिए या फिर वह विपक्षी एकजुटता के लिए अपनी भूमिका बनाए रखे।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी दलों के बीच I.N.D.I.A. गठबंधन को लेकर कई तरह की अटकलें और विचार-विमर्श चल रहे हैं। अय्यर का यह बयान कांग्रेस के नेतृत्व और विपक्षी गठबंधन की दिशा के बारे में महत्वपूर्ण संकेत दे सकता है।