पीलीभीत (उत्तर प्रदेश):- पीलीभीत जिले के पूरनपुर क्षेत्र में छिपे तीन खालिस्तानी आतंकियों को पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया। तीनों आतंकी पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकियों पर हुए धमाकों के आरोपी थे। इन धमाकों की घटनाएं 19 और 20 दिसंबर को गुरदासपुर की बख्शीवाल और वडाला बांगर चौकियों पर हुई थीं। मारे गए आतंकियों की पहचान गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि, और जसन प्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है।
कैसे पकड़ा गया आतंकियों का सुराग
गुप्त सूचना के आधार पर पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूरनपुर क्षेत्र में आतंकियों की तलाश शुरू की। आतंकियों के पास से दो एके-47 राइफल, पिस्टल और अन्य हथियार बरामद हुए हैं। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिसमें दो पुलिसकर्मी घायल हो गए।
आतंकियों की पहचान
गुरविंदर सिंह: निवासी मोहल्ला कलानौर, थाना कलानौर, जिला गुरदासपुर, पंजाब।
वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि: निवासी ग्राम अगवान, थाना कलानौर, जिला गुरदासपुर, पंजाब।
जसन प्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह: निवासी ग्राम निक्का सूर, थाना कलानौर, जिला गुरदासपुर, पंजाब।
इनकी उम्र 18 से 25 वर्ष के बीच बताई गई है।
घायल पुलिसकर्मी
मुठभेड़ के दौरान दो पुलिसकर्मी घायल हो गए:
सिपाही शहनवाज: एसओजी टीम, उत्तर प्रदेश।
सिपाही सुमित राठी: माधोटांडा थाना, पीलीभीत।
दोनों घायलों को तत्काल पूरनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया। घटना स्थल पर सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी और इंस्पेक्टर पवन पांडेय मौजूद रहे।
19 दिसंबर को बख्शीवाल पुलिस चौकी और 20 दिसंबर को वडाला बांगर पुलिस चौकी में धमाके हुए थे। दोनों चौकियां गुरदासपुर जिले के कलानौर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं। इन धमाकों के पीछे इन्हीं आतंकियों का हाथ था।
पंजाब और यूपी पुलिस के अधिकारियों ने इसे आतंकवाद के खिलाफ बड़ी सफलता बताया है। उन्होंने कहा कि इस मुठभेड़ से गुरदासपुर और आसपास के क्षेत्रों में दहशत फैलाने की साजिश को नाकाम कर दिया गया।
मुठभेड़ के बाद पीलीभीत और गुरदासपुर के पुलिस प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियां अन्य संभावित आतंकियों की तलाश में जुटी हैं।