नई दिल्ली:- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के परिणामों ने राज्य की सियासत को फिर से एक नई दिशा दी है। इस चुनाव में जहां महाविकास अघाड़ी को हार का सामना करना पड़ा वहीं ‘महायुति’ (भा.ज.पा., शिवसेना, और अजित पवार की एनसीपी) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 235 सीटों पर जीत हासिल की। खासकर पश्चिमी महाराष्ट्र में अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट ने शरद पवार के मुकाबले बड़ी जीत दर्ज की।
पश्चिमी महाराष्ट्र में अजित पवार गुट को कुल 11 सीटें मिलीं जबकि शरद पवार का गुट इस क्षेत्र में अपनी पकड़ नहीं बना सका। इस क्षेत्र की जनता ने अजित पवार पर ज्यादा भरोसा जताया जो शरद पवार की पुरानी ‘पावर’ को कम करने का कारण बना। शरद पवार की छवि के सामने अजित पवार ने नया मोर्चा खोला और महायुति गठबंधन के साथ मिलकर इस क्षेत्र में चुनावी समीकरण को बदल दिया।
राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी महायति ने अच्छी पकड़ बनाई है लेकिन पश्चिमी महाराष्ट्र में अजित पवार के पक्ष में बढ़ती लहर ने शरद पवार को पीछे छोड़ दिया। विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद, महाराष्ट्र में ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार बनने की संभावना है जिसमें देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार की अहम भूमिका होगी।
महाराष्ट्र में भाजपा को 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने का मौका मिला है जबकि शिवसेना को 57 सीटें मिली हैं। इस चुनाव में महाविकास अघाड़ी जिसमें कांग्रेस एनसीपी और शिवसेना शामिल थे को सिर्फ 46 सीटें ही मिल पाईं जो एक बड़ा झटका साबित हुआ। यह चुनावी परिणाम पश्चिमी महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य को नया आकार देने का काम करेंगे जहां अजित पवार का दबदबा अब और मजबूत हुआ है।