कानपुर (उत्तर प्रदेश):- कानपुर के वार्ड 71 स्थित जुबली इंटर कॉलेज पोलिंग स्टेशन पर मतदान के दौरान बड़ा विवाद सामने आया है। यह घटना चमनगंज इलाके के घुसयाना क्षेत्र के पास की है जहां स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि इस्पेक्टर ने मतदान केंद्र के पीछे की ओर बैरिकेडिंग लगा दी है और लोगों को अंदर जाने से रोक दिया गया है।
क्या है मामला?
चश्मदीदों के अनुसार जुबली इंटर कॉलेज पोलिंग स्टेशन के पास बड़ी संख्या में मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल करने पहुंचे थे। लेकिन वहां तैनात इंस्पेक्टर ने मतदान केंद्र के एक रास्ते को बंद कर दिया और किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं दी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बैरिकेडिंग के चलते बड़ी संख्या में लोग मतदान करने से वंचित रह गए। इस घटना ने क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल पैदा कर दिया है। कुछ लोगों ने आरोप लगाया है कि यह कदम जानबूझकर उठाया गया जिससे एक विशेष वर्ग या समुदाय के मतदाता मतदान न कर सकें।
घटना की जानकारी मिलने के बाद चुनाव आयोग ने तुरंत संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मतदान बाधित होने से आक्रोशित लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन का यह रवैया लोकतंत्र के मूलभूत अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि जिम्मेदार अधिकारियों को सजा दी जा सके।
इस घटना के बाद चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों ने भी इस मामले में कड़ा विरोध जताया है। उनका कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं जनता के मतदान के अधिकार को बाधित करती हैं और चुनावी प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं
चमनगंज की इस घटना ने एक बार फिर मतदान प्रक्रिया के निष्पक्षता और पारदर्शिता पर सवाल खड़ा किया है। प्रशासन और चुनाव आयोग के लिए यह जरूरी है कि मामले की गंभीरता से जांच हो और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जाए।