नई दिल्ली:– देशभर के कई हिस्सों में सर्दी ने अपनी दस्तक दे दी है और उत्तर भारत में ठंड का असर बढ़ता जा रहा है। तापमान में गिरावट कोहरे और प्रदूषण के कारण स्थिति और गंभीर हो रही है। विशेष रूप से दिल्ली में इस सीजन का सबसे न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। साथ ही राजधानी में वायु प्रदूषण का स्तर भी खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है जहां एक्यूआई 400 के स्तर को पार कर गया है। इस जहरीले स्मॉग के कारण लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है।
दिल्ली में ठंड कोहरा और जहरीला स्मॉग मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में शनिवार रात तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था और आने वाले दिनों में इसमें और गिरावट देखने को मिल सकती है। दिल्ली में इस समय घना कोहरा कम लेकिन जहरीला स्मॉग ज्यादा है। सुबह और रात में ठंडी हवाएं और कोहरे के कारण विजिबिलिटी पर असर पड़ सकता है। ऐसे में वाहन चालकों और पैदल चलने वालों को खासतौर पर सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
बर्फबारी से बदला मौसम का मिजाज जहां मैदानी इलाकों में घना कोहरा छाया हुआ है वहीं पहाड़ी क्षेत्रों जैसे जम्मू कश्मीर हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में बर्फबारी हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार 15000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जोरदार बर्फबारी की संभावना है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी के कारण तापमान में और गिरावट आ सकती है।
यूपी और बिहार में स्थिति खराब उत्तर भारत के कई राज्य, जैसे पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश, बिहार में भी घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने पंजाब से लेकर बिहार तक में 18 नवंबर तक घने कोहरे की संभावना जताई है। इस दौरान तापमान में गिरावट जारी रहेगी जिससे ठंड और बढ़ सकती है।
बारिश जारी है कुछ राज्यों में वहीं दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में बारिश का सिलसिला जारी है। अंडमान और निकोबार में तेज बारिश हो सकती है जबकि तमिलनाडु और केरल में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, पुडुचेरी, कराईकल, केरल, तटीय लक्षद्वीप और दक्षिणी कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में भी भारी बारिश की संभावना है। इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।
देशभर में ठंड का दौर शुरू हो चुका है और कोहरा तथा वायु प्रदूषण बढ़ते जा रहे हैं। दिल्ली सहित अन्य राज्यों में इस मौसम में सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक है। वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी रहने से ठंड में और इजाफा हो सकता है।