उत्तराखण्ड:-गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर 6 महीने के लिए शीतकालीन अवधि के लिए बंद हो गए हैं। गंगोत्री मंदिर के कपाट 2 नवंबर को दोपहर 12:14 बजे बंद हो गए, जबकि यमुनोत्री मंदिर के कपाट 3 नवंबर को दोपहर12:05बजे बंद हो जाएंगे ।
इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी जिसके बाद मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे। गंगोत्री मंदिर के बंद होने के बाद गंगा जी की उत्सव मूर्ति को मुख्या गांव से गंगोत्री धाम तक डोली में ले जाया जाएगा, जहां वह सर्दियों के दौरान गंगा मंदिर में बैठी रहेगी । इसी तरह यमुनोत्री मंदिर के बंद होने के बाद यमुना जी की उत्सव मूर्ति को खरसाली गांव स्थित यमुना मंदिर में ले जाया जाएगा जहां वह सर्दियों के दौरान पूजी जाएगी ।
चार धाम यात्रा के लिए गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के बंद होने की तारीखें पहले से ही निर्धारित की जाती हैं। ये मंदिर अक्षय तृतीया (अप्रैल/मई) के अवसर पर खुलते हैं और भाई दूज/यम द्वितीय (अक्टूबर/नवंबर) के अवसर पर बंद होते हैं।
इस वर्ष, गंगोत्री मंदिर 10 मई को खुला था जबकि यमुनोत्री मंदिर भी 10 मई को खुला था । केदारनाथ मंदिर 10 मई को खुला जबकि बद्रीनाथ मंदिर 12 मई को खुला।
चार धाम यात्रा के लिए मंदिरों के खुलने और बंद होने की तारीखें महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये तारीखें श्रद्धालुओं के लिए इन मंदिरों की यात्रा के लिए महत्वपूर्ण होती हैं।