हरियाणा:- हरियाणा विधानसभा चुनाव के संदर्भ में कांग्रेस द्वारा उठाए गए आरोपों को चुनाव आयोग (ईसीआई) ने खारिज कर दिया है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि कांग्रेस के द्वारा पेश किए गए सभी आरोप निराधार गलत और तथ्यहीन हैं। इस संदर्भ में चुनाव आयोग ने कांग्रेस पार्टी को चेतावनी दी है कि उन्हें चुनाव के दौरान बिना सबूत के आरोप लगाने से बचना चाहिए क्योंकि इससे सार्वजनिक अशांति, अराजकता और अशांति का खतरा बढ़ सकता है।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस को सलाह दी है कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता के बारे में असत्य और आधारहीन आरोप लगाने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में कई विशेष मामलों का हवाला देते हुए उन्हें ऐसे व्यवहार से बचने का आग्रह किया गया है जो सिर्फ अफवाहें और गलत जानकारी फैलाने का काम करते हैं।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को एक पत्र लिखा, जिसमें हरियाणा में चुनावी प्रक्रिया के हर चरण की गुणवत्ता की पुष्टि की गई। आयोग ने यह बताया कि कांग्रेस के उम्मीदवारों या उनके प्रतिनिधियों की निगरानी में चुनाव प्रक्रिया को चलाया गया था। ईसीआई ने 1642 पृष्ठों का साक्ष्य प्रस्तुत किया जिसमें यह साबित हुआ कि कांग्रेस के अधिकृत प्रतिनिधि सभी चुनावी चरणों में मौजूद थे। इसमें बैलट पेपर के प्रारंभिक समय से लेकर मतगणना समाप्त होने तक की गतिविधियों का विस्तृत विवरण शामिल है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी इस संदर्भ में कांग्रेस पार्टी की सभी शिकायतों को खारिज किया है। ईसीआई के अधिकारियों ने यह स्पष्ट किया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कोई भी अनियमितता नहीं पाई गई और सभी प्रक्रियाएँ पारदर्शी और कुशलता से संपन्न हुईं। इस पूरे घटनाक्रम ने चुनाव आयोग की साख को मजबूत किया है वहीं कांग्रेस को चुनावी मैदान में अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया है।