नई दिल्ली :- सोफी डिवाइन के नेतृत्व में न्यूजीलैंड की स्वर्णिम पीढ़ी के खिलाड़ियों के पास वैश्विक आईसीसी ट्रॉफी पर हाथ रखने का आखिरी मौका होगा जब टीम टी20 विश्व कप के फाइनल मुकाबले में रविवार को यहां दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी। इस फाइनल मैच से टी20 विश्व का नया चैम्पियन मिलना तय है क्योंकि दोनों टीमों ने इससे पहले कभी भी इस प्रारूप का खिताब नहीं जीता है। न्यूजीलैंड की महिला टीम ने 2000 में एकदिवसीय विश्व कप जीता था लेकिन मौजूदा टीम का कोई भी सदस्य उस ऐतिहासिक खिताबी जीत का हिस्सा नहीं था।
इस आयोजन के शुरू होने से पहले लगातार 10 मैचों में हार के कारण न्यूजीलैंड का आत्मविश्वास डगमगाया हुआ था लेकिन डिवाइन के नेतृत्व में इस समूह ने शानदार वापसी की। टीम को सुजी बेट्स, अमेलिया केर और ली ताहुहू जैसी अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी का फायदा मिला।
यह संभवतः आखिरी बार है डिवाइन, बेट्स और ताहुहू किसी वैश्विक टूर्नामेंट में राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलेंगे। पैतीस वर्षीय डिवाइन के नाम सफेद गेंद प्रारूप में 7000 से अधिक रन हैं जबकि 37 वर्षीय बेट्स के नाम 10,000 से अधिक रन हैं।तेज गेंदबाज ताहुहू 34 साल की है। उन्होंने वनडे में 112 और टी20 अंतरराष्ट्रीय में 93 विकेट चटकाये हैं।