कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर पूरी दुनिया चिंता में है। 50 से अधिक म्यूटेशन वाला नया स्वरूप बेहद संक्रामक है। हालांकि, अभी यह नहीं पता कि यह कितना घातक है। वैज्ञानिक इसकी मारक क्षमता का पता लगाने में जुटे हुए हैं। हालांकि, भारत में अब जो 33 केस मिले हैं, उन सभी में संक्रमण के हल्के लक्षण पाए गए हैं। एक और राहत की बात पुणे से सामने आई है जो दो छोटे बच्चे भी इससे संक्रमित हैं। पुणे के पिंपरी चिंचवाड़ में ओमिक्रॉन पीड़ित डेढ़ साल की बच्ची ने आसानी से संक्रमण को मात दे दी है और निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं, इसी इलाके में इसी वेरिएंट से संक्रमित बच्चे में कोई लक्षण नहीं हैं। अधिकारियों ने बताया कि पिंपरी चिंचवाड़ म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन इलाके में संक्रमित पाए गए चार लोगों में तीन साल का एक बच्चा भी शामिल है। तीन अन्य व्यस्क हैं, जिनमें दो पुरुष और एक महिला है। ये सभी भारतीय मूल की महिला और उसकी दो बेटियों के संपर्क में थे जो नाइजीरिया से आईं थीं और यहां ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाई गईं थीं। महिला नाइजीरिया से अपने भाई से मिलने आई थी। महिला और उसकी दो बेटियों के अलावा उसका भाई उसकी दो बेटियां जिनमें एक डेढ़ साल की है ।कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाए गए। एक अधिकारी ने कहा पहले मिले छह ओमिक्रॉन मरीजों में से चार, जिसमें डेढ़ साल की बच्ची भी शामिल हैं की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है और इन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। उन्होंने कहा एक महिला को छोड़कर जिसे सूखी खांसी थी, तीन साल के बच्चे सहित सभी मरीज बिना किसी लक्षण वाले हैं और ठीक हैं। महिला को सूखी खांसी थी उसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है और तीन अन्य के साथ डिस्चार्ज कर दिया गया है। दो अन्य महिलाओं की दोबारा रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसलिए वे अभी अस्पताल में है, लेकिन उनकी भी तबीयत ठीक है। पीसीएमसी के मेडिकल ऑफिसर डॉ. लक्ष्मण गोपहाने ने कहा तीन साल के बच्चे, जोकि चार नए मरीजों में शामिल है, में कोई लक्षण नहीं हैं और बच्चों के वार्ड में ठीक है। तीन अन्य मरीजों में भी लक्षण नहीं हैं और चिंता की कोई बात नहीं है। इस बीच पुणे शहर के एक मात्र ओमिक्रॉन मरीज की रिपोर्ट भी निगेटिव आ चुकी है और शुक्रवार को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। वह फिनलैंड से पुणे आए थे। एक दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कहा था कि देश में अब तक मिले सभी मरीजों में इसके हल्के लक्षण पाए गए हैं।