लखनऊ: केंद्र और प्रदेश की स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कम्युनिटी हेल्थ वर्करों और जनस्वास्थ्य रक्षकों की बहाली पर जल्द निर्णय लिए जाए, इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन भाजपा के विधायक ने दिया है।एटा सदर के विधायक विपिन कुमार डेविड ने ज्ञापन में कहा है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी और डेंगू, मलेरिया, टायफाइड, चिकुनगुनिया, डायरिया, फाइलेरिया, कालाजार तथा जापानी बुखार आदि घातक संक्रामक रोगों से निपटने और बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं के ढांचागत विस्तार के लिए जनस्वास्थ्य रक्षकों एवं कम्युनिटी हेल्थ वर्करों की नये स्वरूप में बहाली समय की मांग है। उन्होंने कहा कि स्वयं मुझ सहित सत्तापक्ष के 10 अन्य विधायकों द्वारा इस बाबत अपने विचार व सुझाव एक सामूहिक ज्ञापन के रूप में विभाग को पहले ही प्रस्तुत किये जा चुके हैं। शासन के निर्देश पर परिवार कल्याण महानिदेशालय ने प्रदेश के सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों से इस संबंध में समस्त सूचनाएं और उनका अभिमत प्राप्त कर अपनी समेकित आख्या व प्रस्ताव गत वर्ष चार नवम्बर को प्रस्तुत कर दिया था। अब प्रदेश सरकार की स्वीकृति मिलना शेष है। मंत्रियों एवं विधायकों के प्रति आभार जताते हुए ऑल इण्डिया कम्युनिटी हेल्थ वर्कर एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव मनोज कुमार ने कहा कि कोरोना के इस कठिन काल में हमारे हजारों स्वैच्छिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता कोविड वाॅलिन्टियर के रूप में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पिछले 8-9 महीनों से स्वास्थ्य विभाग को अपनी नि:शुल्क सेवाएं दे रहे हैं।कोरोना की दूसरी लहर में आरआरटी के साथ समन्वय स्थापित कर उन्होंने होम क्वारन्टीन किये गये कोरोना संक्रमितों को डोर टू डोर जाकर दवा किट वितरण का काम किया, वहीं वे कोरोना संदिग्धों की जाँच के लिए सैम्पल कलेक्शन में भी सहयोग करते हैं। कोविड वैक्सीन टीकाकरण के कार्यक्रम में ये वॉलिन्टियर्स दिन रात एक कर रहे हैं, ताकि कोविड की तीसरी लहर न आने पाए। उन्होंने कहा कि कम्युनिटी हेल्थ वर्करों की बहाली के लिए अधिकारियों के स्तर पर कार्रवाई पूरी हो चुकी है और अब शासन के अनुमोदन पर सिर्फ मुख्यमंत्री से स्वीकृति मिलना बाकी रह गया है।