वाशिंगटन:-अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स किमेल कैंसर सेंटर के वैज्ञानिकों ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। उनका कहना है कि कैंसर के दो-तिहाई मामले बैड लक यानी खराब किस्मत की वजह से होते हैं। यह दावा वैज्ञानिक समुदाय में चर्चा का विषय बन गया है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि कैंसर के अधिकांश मामलों में जेनेटिक म्यूटेशन यानी अनुवांशिक परिवर्तन होते हैं जो खराब किस्मत की वजह से होते हैं। यह परिवर्तन कैंसर कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देते हैं।
इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 31 प्रकार के कैंसर का विश्लेषण किया और पाया कि इनमें से 22 प्रकार के कैंसर में जेनेटिक म्यूटेशन की दर अधिक थी। यह म्यूटेशन खराब किस्मत की वजह से होते हैं न कि पर्यावरणीय कारकों या जीवनशैली की वजह से।
वैज्ञानिकों का कहना है कि यह दावा कैंसर के बारे में हमारी समझ को बदल सकता है। अब तक कैंसर को जीवनशैली और पर्यावरणीय कारकों से जोड़कर देखा जाता था लेकिन यह अध्ययन बताता है कि खराब किस्मत भी एक महत्वपूर्ण कारक है।
हालांकि वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि कैंसर की रोकथाम और उपचार में जीवनशैली और पर्यावरणीय कारकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से कैंसर के जोखिम को कम किया जा सकता है।
इस अध्ययन के परिणाम वैज्ञानिक समुदाय में चर्चा का विषय बन गए हैं और कैंसर के बारे में हमारी समझ को बदलने की क्षमता रखते हैं।