गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 7 अक्टूबर 2024 को एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी जाति, मत-मजहब, या महापुरुषों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उनका यह बयान गाजियाबाद के महंत यति नरसिंहानंद द्वारा पैगंबर पर दिए गए विवादित बयान के बाद आया जिसने उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में विरोध प्रदर्शनों को भड़काया।
सीएम योगी ने कहा कि “विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी,” यह रुख तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए आया है। गाजियाबाद में डासना मंदिर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। महंत यति नरसिंहानंद के खिलाफ गाजियाबाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है जिसमें ऐसी धाराएं लगाई गई हैं जिनमें तीन साल से कम सजा का प्रावधान है।
सीएम योगी ने अधिकारियों से त्योहारों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का निर्देश दिया। बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी, और अपर मुख्य सचिव गृह भी शामिल थे जहां स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए जरूरी कदम उठाने पर चर्चा हुई। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री का यह बयान समाज में शांति बनाए रखने और किसी भी प्रकार की अराजकता को रोकने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
यह घटनाक्रम उत्तर प्रदेश में सामाजिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए एक चुनौती के रूप में उभरा है और अधिकारियों को इस स्थिति को संभालने के लिए तत्पर रहने का निर्देश दिया गया है।