वॉशिंगटन:- स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट में भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर दो अंतरिक्षयात्री सवार हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए उड़ान भरी थी। अब उनके कुशल धरती पर वापस लौटने का इंतजार किया जा रहा है।
फिलहाल नासा ने कहा कि दोनों अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर अभी और अधिक समय तक रुकेंगे, क्योंकि वे वहां अपनी यात्रा के दौरान बोइंग के नए अंतरिक्ष कैप्सूल में आई समस्याओं का समाधान कर रहे हैं।
जून के महीने में सुनीता विलियम्स ने भरी थी उड़ान
उल्लेखनीय है कि यह स्पेसक्राफ्ट जून के शुरू में आईएसएस की ओर जाते समय हीलियम लीक और थ्रस्टर आउटेज जैसी समस्याओं का सामना कर चुका है। नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी की शुक्रवार को कोई तारीख नहीं बताई और कहा कि वे सुरक्षित हैं। नासा के वाणिज्यिक चालक दल कार्यक्रम प्रबंधक स्टीव स्टिच ने कहा, “हमें वापस लौटने की कोई जल्दी नहीं है।”
सालों की देरी बाद रवाना हुआ अंतरिक्ष यान
नासा के अनुभवी परीक्षण पायलट सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर अंतरिक्ष में घूमती प्रयोगशाला के लिए पांच जून को बोइंग के स्टारलाइनर के जरिए रवाना हुए थे। विलियम्स और बुच विलमोर को लेकर बोइंग का ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ वर्षों के विलंब और असफलताओं के बाद फ्लोरिडा के ‘केप कैनवेरल स्पेस फोर्स स्टेशन’ से रवाना हुआ था।
एक सप्ताह का टूर था
विलियम्स और विलमोर के करीब एक सप्ताह तक अंतरिक्ष में रहने का अनुमान था जो कैप्सूल की जांच करने के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन अंतरिक्ष यान को चलाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कैप्सूल की प्रणोदन प्रणाली में समस्याओं के कारण नासा और बोइंग को उनकी धरती पर वापसी की योजना कई बार स्थगित करनी पड़ी।
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