संसद भवन दिल्ली:देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद की आज 137 वीं जयंती है। बिहार के सीवान में तीन दिसंबर 1884 को डा. राजेंद्र प्रसाद का जन्म हुआ था। उनके पिता का नाम महादेव सहाय और माता का नाम कमलेश्वरी देवी था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा बिहार के छपरा के जिला स्कूल में हुई थी। उन्होंने पटना से कानून में मास्टर की डिग्री ली। डॉ प्रसाद की हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, बंगाली एवं फारसी पर अच्छी पकड़ थी।राजेंद्र प्रसाद देश के एकमात्र राष्ट्रपति हैं जिनका कार्यकाल एक बार से ज्यादा का रहा। वह राष्ट्रपति के पद पर 1950-62 के बीच आसीन रहे। साल 1962 में राजेंद्र प्रसाद को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया। राजेंद्र प्रसाद महात्मा गांधी के बेहद करीबी सहयोगी थे। आजादी के बाद वह भारत के पहले राष्ट्रपति बने। उन्होंने संविधान सभा का भी नेतृत्व किया था। राजेंद्र प्रसाद को ‘नमक सत्याग्रह’ और ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान जेल में भी जाना पड़ा। लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा के उपसभापति, केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों द्वारा आज उन्हें संसद भवन के सेंट्रल हाल में पुष्पांजलि अर्पित की गई। डॉ राजेंद्र प्रसाद जी हमारे लिए एक मिसाल है। हमें सदैव उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।